आगामी 24 घंटों में बारिश का अनुमान
अगले 24 घंटों में मेघा फिर से बरसने को तैयार हैं। आगामी 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हलकी बारिश हो सकती हैं। पंजाब , हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में भी वर्षा से इंकार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा, मध्य उत्तर प्रदेश पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और सुल्तानपुर जैसे मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान है। मुरादाबाद और आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर रहेगी। इसी तरह, बिहार , झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस समय, दरभंगा, रांची, जमशेदपुर, भुवनेश्वर जैसे शहरों में बारिश होगी।
अगले 24 घंटों में मेघा फिर से बरसने को तैयार हैं। आगामी 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पश्चिम उत्तर प्रदेश में हलकी बारिश हो सकती हैं। पंजाब , हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में भी वर्षा से इंकार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा, मध्य उत्तर प्रदेश पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और सुल्तानपुर जैसे मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान है। मुरादाबाद और आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर रहेगी। इसी तरह, बिहार , झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस समय, दरभंगा, रांची, जमशेदपुर, भुवनेश्वर जैसे शहरों में बारिश होगी।
दिल्ली एनसीआर में मौसम होगा सुहावना
मानसून की अक्षीय रेखा इस वक्त दिल्ली के उत्तर से गुजर रही है जिसके चलते अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और आसपास के शहरों में बारिश होने के आसार बन गए हैं। बारिश का यह झोंका बहुत तेज़ नहीं होगा लेकिन इससे मौसम सुहावना जरूर हो जाएगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद मानसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी सिरा हिमालय के तराई क्षेत्रों में चला जाएगा जिसके चलते दिल्ली और इससे सटे शहरों नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा और बादल भी कम होंगे। यानि 24 घंटों के बाद फिर से दिल्ली वालों को धूप, गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा। वैसे दिल्ली में अब तक मानसून का प्रदर्शन देखें तो यह संतोषजनक रहा है। गौरतलब है कि इस बार उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून देर से पहुंचा जिससे इन राज्यों में जून में बरसात बहुत कम रिकॉर्ड की गई। जून में बिहार में सामान्य से 40% कम और उत्तर प्रदेश में 56 प्रतिशत कम वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। जुलाई में भी शुरुआत अच्छी नहीं रही और बंगाल की खाड़ी से उठने वाले ज्यादातर मानसून सिस्टम छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश होते हुए गुजरात और राजस्थान पर गए जिससे इन राज्यों में जुलाई के तीसरे सप्ताह तक भीषण बारिश जारी रही।
मानसून की अक्षीय रेखा इस वक्त दिल्ली के उत्तर से गुजर रही है जिसके चलते अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और आसपास के शहरों में बारिश होने के आसार बन गए हैं। बारिश का यह झोंका बहुत तेज़ नहीं होगा लेकिन इससे मौसम सुहावना जरूर हो जाएगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद मानसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी सिरा हिमालय के तराई क्षेत्रों में चला जाएगा जिसके चलते दिल्ली और इससे सटे शहरों नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा और बादल भी कम होंगे। यानि 24 घंटों के बाद फिर से दिल्ली वालों को धूप, गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा। वैसे दिल्ली में अब तक मानसून का प्रदर्शन देखें तो यह संतोषजनक रहा है। गौरतलब है कि इस बार उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून देर से पहुंचा जिससे इन राज्यों में जून में बरसात बहुत कम रिकॉर्ड की गई। जून में बिहार में सामान्य से 40% कम और उत्तर प्रदेश में 56 प्रतिशत कम वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। जुलाई में भी शुरुआत अच्छी नहीं रही और बंगाल की खाड़ी से उठने वाले ज्यादातर मानसून सिस्टम छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश होते हुए गुजरात और राजस्थान पर गए जिससे इन राज्यों में जुलाई के तीसरे सप्ताह तक भीषण बारिश जारी रही।