कोहरा इतना घना है कि सड़कों पर गाड़ियों के लिए चल पाना बेहद मुश्किल हो रहा है। पिछले दो तीन दिनों से दिल्ली में सर्दी का सितम काफी बढ़ गया है। सोमवार सुबह जब लोग उठे तो आसमान कोहरे की सफेद चादर से ढंका हुआ था और विजिबिलिटी न के बराबर थी। बता दें कि मौसम विभाग ने रविवार को ही इसकी चेतावनी दे दी थी।
मौसम विभाग के मुताबिक, ठंड का दौर अभी जारी रहेगा। खास तौर पर एक हफ्ते तक लोगों से ठिठुरन से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग की माने तो अगले हफ्ते पश्चिमी विक्षोभ विकसित होगा। इसके चलते कुछ इलाकों में बारिश होने की भी संभावना है। साथ ही मौसम में कुछ बदलाव होगा जिससे आने वाले दिनों में शीतलहर के कारण ठिठुरन बढ़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने 4 से 7 फरवरी के बीच बारिश होने की संभावना जताई है। जाहिर बारिश के साथ-साथ इन इलाकों में ठंड का प्रकोप भी बढ़ेगा।
एक तरफ कोहरा और दूसरी हवा की गुणवत्ता में गिरावट राजधानीवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। सोमवार को कोहरे के बीच दिल्ली में प्रदूषण का स्तर भी गिर गया। एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 206 और पीएम 10 का स्तर 216 रहा। यह दोनों ही ‘खराब’ कैटिगरी में आते हैं।
मौसम में आए बदलाव का सीधा असर यातायात पर पड़ा है। ट्रेनों से लेकर उड़ानों तक सभी जगह देरी के चलते यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे के कारण दिल्ली से जाने और आने वाली कुछ फ्लाइट्स देरी से उड़ रही हैं। यही नहीं ट्रेनों की बात करें तो धुंध के चलते अब तक 27 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। जबकि किसी भी फ्लाइट के रद्द होने या रूट बदलने को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं आई है।
मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते आने वाले दिनों में देश के दक्षिण इलाकों से लेकर उत्तरी भागों में बारिश की संभावना है। वहीं पहाड़ों पर भी बर्फबारी होगी, ऐसे में इसका सीधा असर मैदानी इलाकों पर पड़ता दिखाई देगा। स्काइमेट के मुताबिक तमिलनाडु के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में जोरदार बारिश हो सकती है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश होने के आसार हैं। ऐसे में इन राज्यों समेत इनसे सटे राज्यों में जोरदार ठंड पड़ेगी।