आपको बता दें कि भारत तीन तरफ से समुद्री किनारों से घिरा है। ऐसे में दो तरफ से दो बड़े चक्रवाती तूफान तेजी से भारत की ओर बढ़ रहे हैं। खास बात यह है कि कई राज्यों में इनका असर भी दिखाई देने लगा है। इन्हीं समुद्रों में इस समय उठ रहे हैं दो भयानक चक्रवाती तूफान सबसे बड़ा खतरा बने हुए हैं।
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अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘महा’ और बंगाल की खाड़ी में ‘बुलबुल’ तेजी से भयावह रूप लेते नजर आ रहे हैं। इन दोनों तूफानों ने देश को दो तरफ से घेर लिया है।
अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘महा’ और बंगाल की खाड़ी में ‘बुलबुल’ तेजी से भयावह रूप लेते नजर आ रहे हैं। इन दोनों तूफानों ने देश को दो तरफ से घेर लिया है।
इन राज्यों में पड़ेगा सीधा असर
इन दोनों की चक्रवाती तूफानों के देश में दस्तक देते ही बड़ी तबाही मच सकती है। इनकी वजह से महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर सीधा असर पड़ेगा। जबकि, इन राज्यों से सटे हुए राज्यों में भी असर देखने को मिल सकता है। आपको बता दें अब तक ओडिशा के कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। इससे निपटने के लिए एनडीआरफ की टीमें मुस्तैद हैं।
इन दोनों की चक्रवाती तूफानों के देश में दस्तक देते ही बड़ी तबाही मच सकती है। इनकी वजह से महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर सीधा असर पड़ेगा। जबकि, इन राज्यों से सटे हुए राज्यों में भी असर देखने को मिल सकता है। आपको बता दें अब तक ओडिशा के कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। इससे निपटने के लिए एनडीआरफ की टीमें मुस्तैद हैं।
सबसे गंभीर श्रेणी का तूफान है ‘महा’
मौसम विभाग चक्रवाती तूफान ‘महा’ को अत्यधिक गंभीर तूफान की श्रेणी में रख रहा है। यह तूफान लगातार 21 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। अभी यह गुजरात के पोरबंदर से 450 किलोमीटर दूर है।
वहीं, गुजरात के वेरावल और दीव से 550 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है। जो दूरी धीरे-धीरे कम हो रही है। माना जा रहा है अगले 24 घंटों में यह तूफान गुजरात के तटीय इलाकों और दीव तक पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग की मानें तो इस दौरान तूफान की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी और हवाएं 90 किलोमीटर की गति से चलेंगी।
मौसम विभाग चक्रवाती तूफान ‘महा’ को अत्यधिक गंभीर तूफान की श्रेणी में रख रहा है। यह तूफान लगातार 21 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। अभी यह गुजरात के पोरबंदर से 450 किलोमीटर दूर है।
वहीं, गुजरात के वेरावल और दीव से 550 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है। जो दूरी धीरे-धीरे कम हो रही है। माना जा रहा है अगले 24 घंटों में यह तूफान गुजरात के तटीय इलाकों और दीव तक पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग की मानें तो इस दौरान तूफान की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी और हवाएं 90 किलोमीटर की गति से चलेंगी।
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ये तूफान इतनी आसानी से हार नहीं मानेगा। इसका असर एक दो नहीं बल्कि पूरे तीन दिन तक देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 6 से 8 नवंबर तक अरब सागर में तेज लहरें उठ सकती हैं, जो मुश्किल बढ़ाएंगी।
इन जिलों में हाई अलर्ट
गुजरात के सौराष्ट्र, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, सूरत, भरूच, आणंद, अहमदाबाद, बोताड़, पोरबंदर, राजकोट में ६ नवंबर को हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। जबकि, भावनगर, सूरत, भरूच, आणंद, अहमदाबाद, बोताड़, वडोदरा में 7 नवंबर को तेज बारिश होने के आसार हैं।
ये तूफान इतनी आसानी से हार नहीं मानेगा। इसका असर एक दो नहीं बल्कि पूरे तीन दिन तक देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 6 से 8 नवंबर तक अरब सागर में तेज लहरें उठ सकती हैं, जो मुश्किल बढ़ाएंगी।
इन जिलों में हाई अलर्ट
गुजरात के सौराष्ट्र, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, सूरत, भरूच, आणंद, अहमदाबाद, बोताड़, पोरबंदर, राजकोट में ६ नवंबर को हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। जबकि, भावनगर, सूरत, भरूच, आणंद, अहमदाबाद, बोताड़, वडोदरा में 7 नवंबर को तेज बारिश होने के आसार हैं।
इस तरह दिन-ब-दिन तूफान ‘महा’ असर
6 नवंबरः 100 से 110 किमी/घंटा की रफ्तार से बढ़ाएगी मुश्किल
7 नवंबरः 70 से 90 किमी/घंटा कम होगी गति
8 नवंबरः 40 से 60 किमी/घंटा के साथ कमजोर होगी रफ्तार
6 नवंबरः 100 से 110 किमी/घंटा की रफ्तार से बढ़ाएगी मुश्किल
7 नवंबरः 70 से 90 किमी/घंटा कम होगी गति
8 नवंबरः 40 से 60 किमी/घंटा के साथ कमजोर होगी रफ्तार
इन राज्यों को घेरेगा ‘बुलबुल’ तूफान
अरब सागर के अलावा बंगाल की खाड़ी में भी बड़ा चक्रवाती तूफान बुलबुल तबाही मचाने को तैयार है। तूफान महा जहां 8 नवंबर को कमजोर होने की संभावना है तो वहीं 10 नवंबर तक तूफान बुलबुल विकराल रूप लेगा।
अभी बुलबुल पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से 930 किलोमीटर, ओडिशा के पारादीप से 820 किलोमीटर और अंडमान के माया बंदर से 370 किलोमीटर दूर स्थित है। अगले 12 घंटों में यह और दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। इसके बाद अगले 24 घंटों में यह चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। इसकी वजह से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, अंडमान-निकोबार और उत्तर-पूर्व के राज्यों में तेज बारिश हो सकती है।
अरब सागर के अलावा बंगाल की खाड़ी में भी बड़ा चक्रवाती तूफान बुलबुल तबाही मचाने को तैयार है। तूफान महा जहां 8 नवंबर को कमजोर होने की संभावना है तो वहीं 10 नवंबर तक तूफान बुलबुल विकराल रूप लेगा।
अभी बुलबुल पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से 930 किलोमीटर, ओडिशा के पारादीप से 820 किलोमीटर और अंडमान के माया बंदर से 370 किलोमीटर दूर स्थित है। अगले 12 घंटों में यह और दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। इसके बाद अगले 24 घंटों में यह चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। इसकी वजह से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, अंडमान-निकोबार और उत्तर-पूर्व के राज्यों में तेज बारिश हो सकती है।