script…जब कैंसर से ग्रसित हिन्दू पड़ोसी के इलाज के लिए मुस्लिमों ने मांगा चंदा | When the Muslims collect fund for the treatment of Hindu Neighbor | Patrika News

…जब कैंसर से ग्रसित हिन्दू पड़ोसी के इलाज के लिए मुस्लिमों ने मांगा चंदा

locationनई दिल्लीPublished: Oct 07, 2017 08:46:06 am

Submitted by:

Mohit sharma

हर बार की तरह इस बार भी जुलूस निकालने के लिए संघ ने 50,000 रुपए जमा किए थे।

DUA

नई दिल्ली। देश में एक ओर जहां सांप्रदायिक दंगे और मोब लिंचिंग जैसे मामले सामने आ रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो न केवल इन्सानियत बल्कि मानवता की भी मिसाल पेश कर रहे हैं। वेस्ट बंगाल के खडग़पुर का एक ही मामला तब सामने आया, जब मुस्लिम लोगों ने एक हिन्दू का इलाज कराने के लिए चंदा तक इकठ्ठा किया। दरअसल खडग़पुर के पुरातन मुहल्ले के मुस्लिमों ने इस बार मुहर्रम का जुलूस नहीं निकाला। जुलूस के लिए एकत्रित किए गए पैसे पड़ोस में रहने वाले हिंदू को इलाज के लिए दे दिए जो कि कैंसर की बीमारी से जूझ रहा है।

12 लाख होंगे खर्च

दरअसल, समाज संघ क्लब, खडग़पुर के पुरातन बाजार में कई सालों से मुहर्रम का जुलूस निकालता आ रहा है। हर बार की तरह इस बार भी जुलूस निकालने के लिए संघ ने 50,000 रुपए जमा किए थे। वहीं मोहल्ले में ही मोबाइल रिचार्ज कर किसी तरह परिवार पालने वाले भुनिया (35) पिछले काफी दिनों से बीमार हैं। भुनिया के इम्यून सिस्टम में कैंसर है। उनका बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन भी होना है। भुनिया का इलाज सरोज गुप्ता कैंसर सेंटर में चल रहा है। फिलहाल उनकी केमोथैरेपी चल रही है। उनके इलाज में करीब 12 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है। इलाज के लिए पैसों की तंगी भुगत रहे भुनिया की मदद को जब कोई आगे नहीं आया समाज संघ क्लब ने उनकी मदद करने ठानी और जुलूस के पैसों में से 6000 रुपए उसके इलाज के लिए दिए।

हिन्दुओं के मन को छुआ

समाज संघ के सचिव अमजद खान के मुताबिक हम हर साल मुहर्रम का जुलूस निकालते हैं लेकिन इस बार हमने किसी की जिंदगी को बचाने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि इलाज के लिए पैसा इकठ्ठा करने के लिए हमने मस्जिद में नमाज के बाद इमाम से फंड के लिए एलान करवाया। वहीं मुस्लिमों की इस पहल ने आसपास रह रहे कई हिन्दुओं का मन को छू लिया है। एक हिन्दू पड़ोसी अबीर ने बताया कि मुस्लिम पड़ोसियों की मैं नहीं जानता मेरा क्या होगा लेकिन पड़ोसियों की इस पहल ने मेरे दिल को छू लिया है। बता दें कि पिछले साल ही अबीर के माता-पिता और दादी की मौत हो गई थी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो