नई दिल्ली। बीजेपी के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू देश के अगले उपराष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। कॉलेज के दौरान से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े नायडू 1972 में जय आंध्रा आंदोलन से सुर्खियों में आए थे। 29 साल की उम्र में पहली बार विधानसभा पहुंचे वेंकैया नाडयू मुश्किल हालात से भी निकलने के ऐसे ऐसे नुस्खे अपनाते हैं कि विपक्ष चारो खाने चित हो जाता है। ये भी पढ़ें- जानिए वेंकैया के उपराष्ट्रपति उम्मीदवारी के 5 कारण कांग्रेसी सांसद कर रहे थे हंगामा हाल ही में लोकसभा में बहस के दौरान विपक्ष लगातार बहस में हंगामा कर रहा था। जिसकी वजह से सत्र चलना अब मुश्किल होने लगा था। संसदीय कार्यमंत्री होने के नाते नायडू पर सदन की अतरिक्त जिम्मेदारी भी होती है। लिजाहा विपक्ष के हंगामे से वेंकैया नाडयू गुस्सा हो गए और अपनी सीट पर खड़े होकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि…आपकी संख्या कितनी है, जो केवल आप अपनी ही बात करना चाहते हैं। शायद आप लोगों ने बचपन की एक घटना से सबक नहीं लिया, जब हम ग्रामोफोन से सुना करते थे और उसका पिन अटक जाता थो…तो कुछ यूं आवाज करता चंदामामा…चंदामामा…, आप लोग ठीक वैसे ही हैं, जैसे किसी एक बात पर अटक गए हैं और उसी ग्रामोफोन की तरह चंदामामा…चंदामामा कर रहे हैं। नायडू का गाना सुन कर गूंजे ठहाके वेंकैया नाडयू के इतना बोलते ही पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। कुछ देर बाद पूरा सदन शांत हो गया। विपक्ष के नेता चर्चा में शामिल हुए और कार्यवाही सुचारु रुप से चलने लगी।