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BMC ने कंगना को जवाब देने की मोहलत तक नहीं दी, हाई कोर्ट ने दिए तोड़फोड़ पर रोक के आदेश

locationनई दिल्लीPublished: Sep 09, 2020 03:39:15 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

बीएमसी ने कंगना के आलीशान दफ्तर में अवैध निर्माण का हवाला देकर तोड़फोड़ कर डाली है।
कंगना के वकील रिजवान स‍िद्दीकी ने कार में बैठकर वीड‍ियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से कोर्ट में अपनी बात रखी।

Kangana Ranaut

कंगना रनौत।

नई दिल्ली। कंगना रनौत (Kangana Ranaut) Y श्रेणी के सुरक्षा घेरे में मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंच चुकी हैं। उनके पहुंचने से पहले ही एयरपोर्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। उनके मुंबई पहुंचने से पहले बीएमसी की कार्रवाई ने बवाल खड़ा दिया है। बीएमसी ने कंगना के आलीशान दफ्तर में अवैध निर्माण का हवाला देकर तोड़फोड़ कर डाली है।
दो घंटे के अंदर बीएमसी ने कंगना के दफ्तर को तहत नहस कर डाला। यहां जेसीबी से दफ्तर को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। वहीं एक दर्जन से अधिक बीएमसी के कर्मचारियों ने कंगना के दफ्तर के अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। हालांकि हाईकोर्ट ने इस मामले में बीएमसी की कार्रवाई पर स्‍टे कर लगा दिया है यानी अब आगे ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हो सकेगी।
https://twitter.com/ANI/status/1303613385263570944?ref_src=twsrc%5Etfw
बॉम्‍बे हाई कोर्ट ने तोड़फोड़ पर रोक लगाते हुए ये आदेश दिए हैं। यानी अब अगर कोई कार्रवाई होनी है तो वह नहीं हो सकेगी। इस मामले में अब गुरुवार दोपहर 3 बजे हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है।
कंगना की प्रॉपर्टी पर इस तरह की कार्रवाई को लेकर बुधवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख मीडिया के सवालों से बचते दिखे। गौरतलब है कि कंगना के ऑफिस के बाहर बीएमसी ने आज सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर डिमॉलिशन का नोटिस चिपकाया था। ये कहा गया कि वह उनके वकील के जवाब से वे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं। इसके कुछ देर बाद बाएमसी के लोगों ने तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी। मगर सवाल ये उठता है कि वहां मौजूद अन्य निर्माण पर बीएमसी की नजर क्यों नहीं गई। आखिरकार बीएमसी ने केवल कंगाना के दफ्तर पर ही क्यों कार्रवाई की।
वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट की सुनवाई हुई। कंगना के दफ्तर के बाहर उनके वकील मौजूद थे। कंगना के वकील रिजवान स‍िद्दीकी ने कार में बैठकर वीड‍ियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से कोर्ट के सामने अपनी बात रखी। तोड़फोड़ से पहले कंगना के वकील ने बीएमसी से कहा कि वे कोर्ट स्टे ले रहे हैं। लेकिन बीएमसी कर्मचारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी। वकील ने सवाल उठाए हैं कि नोटिस मिलते ही कार्रवाई करना कहां का कानून है। कंगना इसे अपने सपनों का आशियाना बताती रहीं हैं। अब ये दफ्तर पूरी तरह से बबार्द हो चुका है।
कंगना के दफ्तर में बीएमसी ने कई वैध निर्माण गिनाए

– ग्राउंड फ्लोर पर टॉयलेट को अवैध तरीके से ऑफिस केबिन में बदला गया।
– ग्राउंड फ्लोर पर स्‍टोर रूम को किचन में बदल दिया गया।
– अवैध निर्माण कर सीढ़‍ियों के साथ स्‍टोर रूम व पार्किंग में टॉयलेट बनाया।
– ग्राउंड फ्लोर पर पैंट्री का निर्माण किया गया। इसे अवैध बताया है।
– फर्स्‍ट फ्लोर पर लिविंग रूम में लकड़ी का पार्टिशन कर गलब तरह से कमरा और कैबिन तैयार किया।
– फर्स्‍ट फ्लोर पर गलब तरह से आगे की ओर एक स्‍लैब बनाया गया।
– दूसरे फ्लोर पर सीढ़‍ियों की दिशा को बदल दिया गया।
– दूसरे फ्लोर पर बालकनी में बैठने जगह शामिल की गई। पार्टिशन को हटाया
सात दिनों की मोहलत मांगी थी

कंगना ने नोटिस का जवाब देने के लिए बीएमसी से सात दिनों की मोहलत मांगी थी। मगर बीएमसी उन्हें मोहलत देने को तैयार नहीं हुई। बीएमसी ने कंगना को दिए नोटिस का जवाब नहीं देने का हवाला दिया। इसके बाद बीएमएसी कर्मचारी हथौड़ और जेसीबी लेकर कंगना के दफ्तर पहुंच गए और जमकर तोड़फोड़ की।
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