इन हादसों से दहला था दिल
1.4 अगस्त 2017 को स्पाइसजेट की लैंडिंग के दौरान ये रनवे पर फिसल गया था। वक्त रहते इस पर नियंत्रण न किए जाने पर बड़ा हादसा हो सकता था।
2.25 अप्रैल 2017 को टेकऑफ के दौरान एयर इंडिया का इंजन फेल हो गया था। साथ ही एक टायर अचानक फट गया था। जिससे प्लेन डिसबैलेंस हो गया था। आनन-फानन में विमान को टेक ऑफ करने से रोकना पड़ा था।
3.9 जुलाई 2012 को एयर इंडिया एक्सप्रेस का बोइंग रनवे पर फिसल गया। प्लेन के लैंडिंग गियर रनवे पर लगी लाइटों से टकरा गए। सभी यात्री सुरक्षित थे। 4.7 नवंबर 2008 को जेद्दाह से लौट रहे एयर इंडिया के प्लेन का एक विंग लैंडिंग के दौरान टूट गया था। जिससे रनवे को भारी नुकसान हुआ था। हालांकि उस दौरान यात्री बच गए थे।
5.7 अगस्त 2020 यानी कल दुबई से लौट रहे एयर इंडिया के प्लेन की लैंडिंग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। रनवे पर स्लिप होने के चलते ये दुर्घटना हुई। बारिश और खराब मौसम को इसकी एक वजह मानी जा रही है।
2019 में ही डीजीसीए ने दी थी खतरे की चेतावनी
डायरेक्टोरेट ऑफ सिविल एविएशन यानी डीजीसीए ने जुलाई 2019 में ही कोझीकोड एयरपोर्ट को खतरनाक बताया था। ऑडिट के दौरान डीजीसीए ने कहा था कि रनवे पर बहुत ज्यादा रबर डिपॉजिट है। जिसकी वजह से फ्रिक्शन कम हो जाता है। ऐसे में भारी बारिश होने पर यहां अनसेफ लैंडिंग का खतरा बना रहता है।
क्यों टेबल टॉप एयरपोर्ट होते हैं खतरनाक
केरल का कोझीकोड एक टेबल टॉप एयरपोर्ट है। इसका रनवे सबसे छोटा है। टेबल टॉप एक ऐसा एयरपोर्ट होता है जो पहाड़ी इलाके में बना होता है। यहां रनवे का एक या दोनों सिरे ढलान पर होते हैं। ऐसे एयरपोर्ट पर खराब मौसम के दौरान हादसे का खतरा रहता है। इन एयरपोर्ट के रनवे पर पानी के जमा होने और पहले लैंड हो चुके विमानों के टायर के रबर डिपॉजिट्स की वजह से प्लेन के रनवे से फिसलने का डर रहता है।