जानकारी के मुताबिक, मिनल दाखवे भोसले ( Minal Dakhave Bhosale ) मायलैब्स डिस्कवरी सॉल्यूशंस में काम करती है। इस संस्थान ने कोविड-19 क्वालिटेटिव पीसीआर किट को विकसित किया है और इसकी जिम्मेदारी मिनल भोसले की दी गई थी। प्रिग्नेंसी की अवस्था में रहने के बावजूद दिग गए डेडलाइन के भीतर उन्होंने टेस्ट किट तैयार कर लिया। एक बच्ची को जन्म देने के एक दिन पहले उन्होंने राज्य के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी (NIV) को अपनी जांच किट सौंप दी। उनके इस काम ने देश को कायल कर दिया है और बड़े-बड़े उद्योगपति उनकी तारीफ कर रहे हैं।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा उनकी सराहना करते नहीं थक रहे। उन्होंने ट्वीट किया कि आपने देश को आशा की एक किरण भी दिखाई है। वहीं, बायोटेक्नलॉजी क्षेत्र की दिग्गज और बायोकॉन की एमडी किरण मजूमदार शॉ भी भारत के पहले टेस्टिंग किट के पीछे महिला की सराहना करते नहीं थकतीं। उनका कहना है कि जिस तरह आप जैसी एक महिला ने इस पूरे डेवलपमेंट का नेतृत्व किया, उसपर हम सब को गर्व है। उनके ट्वीट का जवाब देते हुए मायलैब्स ने लिखा कि एक नेतृत्व वह होता है, जो राह पहचानता है, उसपर चलता है और राह दिखाता है। यहां सभी महिलाओं के लिए आप वह मिशाल बनी हैं। बाद में मॉल्येकुलर डायग्नोस्टिक कंपनी ने अपने यहां सभी महिलाओं और पुरुषों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनने के लिए किरण मजूमदार शॉ का शुक्रिया अदा किया। मिनल भोसले इस काम को लेकर सुर्खियों में हैं और लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे। गौरतलब है कि इन पूरा देश कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रहा है और मामले की गंभीरता को देखते हुए लॉकडाउन कर दिया गया है।