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ओडिशा में गर्भवती महिलाओं पर पड़ा तूफान का असर, नवजात बच्चियों का नाम रखा जा रहा है तितली

Published: Oct 13, 2018 03:53:17 pm

Submitted by:

Kapil Tiwari

राज्य में कई नवजात बच्चियों का नाम उनके परिवारवालों ने तितली रखा गया है।

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एम्बूलेंस 108 में जन्मी लक्ष्मी

भुवनेश्वर। दक्षिण भारत के कई राज्यों में चक्रवर्ती तूफान ‘तितली’ का कहर देखने को मिला है। खासकर कि ओडिशा में इस तूफान ने भारी तबाही मचाई है। हालांकि फिलाहल लोगों को इस तूफान से शांति मिल गई है, लेकिन ‘तितली’ तूफान का असर लोगों पर इस कदर हुआ है कि अब राज्य में पैदा होने नवजातों के नाम ‘तितली’ रखे जा रहे हैं। ओडिशा में ‘तितली’ तूफान भारी तबाही मचाने के अब कुछ इस अंदाज में अपनी यादों को छोड़ गया है।

इन इलाकों में बच्चियों का नाम रखा जा रहा है ‘तितली’

‘तितली’ तूफान का ज्यादातर असर राज्य के तटीय इलाकों में देखने को मिला है। ओडिशा के तटीय इलाके गंजम, जगतसिंहपुर और नायगढ़ में कई परिवारों में गर्भवती महिलाएं थी, जिन्होंने इस तूफान के दौरान ही बच्चियों को जन्म दिया। इन परिवारों ने नवजात बच्चियों का नाम ‘तितली’ रखा है। इन इलाकों में इस तरह के कई मामले सामने आ गए हैं। इन परिवार के लोगों का कहना है कि वो ऐसा करके कभी ‘तितली’ तूफान को भूलना नहीं चाहते हैं।

ये महिलाएं अपनी नवजात बेटियों का नाम रख रही हैं ‘तितली’

– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पारादीप इलाके में 20 साल की एक युवती अलेम्मा ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया है। अलेम्मा ने गुरुवार को छतरपुर के एक अस्पातल में जुड़वां बेटियों को जन्म दिया। अलेम्मा कहती है, ‘मैं अपनी बेटियों का नाम तितली रखना चाहती हूं।’

– ठीक इसी तरह प्लुरुगाडा की रहने वालीं 29 साल की बिमला दास ने भी एक बच्ची को जन्म दिया है ये उनका तीसरा बच्चा है वो भी अपनी बच्ची का नाम तितली ही रखना चाहती हैं। इस बच्ची का जन्म गुरुवार को ही शाम सात बजे छतरपुर के एक अस्पताल में हुआ।

– कलशुता गांव की गीतांजलि गौड़ा ने करीब 2.10 बजे एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के माता-पिता ने खुशी से हमारा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और बच्ची को तितली नाम दिया।

एक रात में 9 बच्चियों का हुआ था जन्म

जानकारी के मुताबिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) उस्का में बुधवार की रात से गुरुवार सुबह 11 बजे के बीच में नौ नवजातों का जन्म हुआ, जिनमें से सभी बच्चियां थीं। अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ मोहन बराक ने कहा, हमने बुधवार की आधी रात के बाद जन्म लेने वाले बच्चों को तितली नाम देने का फैसला किया है।

विभिन्न अस्पतालों में 100 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को कराया था भर्ती

गंजम इलाके के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी सदानंद मिश्रा ने कहा कि जिले के विभिन्न अस्पतालों में 100 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को भर्ती कराया गया था, जिनमें से 64 महिलाओं ने बुधवार रात के समय और गुरुवार की सुबह बच्चों को जन्म दिया।

सुनामी के दौरान भी कई बच्चियों का नाम रखा गया था ‘सुनामी’

आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब तूफान के किसी नाम पर बच्चियों का नाम रखा जा रहा है। इससे पहले दिसंबर 2015 में जब सुनामी ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई थी, उस समय भी पैदा हुए बच्चों का नाम सुनामी रखे जाने के कई मामले सामने आए थे।

मीसा कानून के नाम पर रखा गया लालू की बेटी का नाम

इसी तरह दुनिया की बड़ी घटनाओं के नाम पर आरजेडी प्रमुख लालू यादव की बेटी मीसा भारती का नाम भी रखा गया है। दरअसल, आपातकाल के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक कानून लागू कर दिया था, जिसका नाम मीसा था। इस कानून के तहत किसी को भी उठाकर जेल में डाला जा रहा था। इसके विरोध में ही लालू यादव ने अपनी बेटी का नाम मीसा रखा था।

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