इस दौरान कई विद्यालयों में नामांकन के अनुपात में कम विद्यार्थियों द्वारा पोषाहार का सेवन करना पाया गया। इस पर संस्था प्रधानों को निर्देश दिए कि बच्चों को इसके लिए प्रेरित कर लाभान्वित बच्चों की संख्या बढ़ाई जाए। विकास अधिकारी घनश्याम मीणा ने लिवाली ग्राम पंचायत के विद्यालयों में पोषाहार चखकर गुणवत्ता जांची।
उन्होंने संस्था प्रधानों को बच्चों को पोषाहार खिलाने से पहले स्वयं उसे चखने, पकाने में सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। विकास अधिकारी के अनुसारबच्चों का शैक्षिक स्तर भी संतोषजनक नहीं मिला।
बच्चियां जिले और तहसील का नाम भी नहीं बता पार्इं। नामांकन के अनुसार छात्राओं की उपस्थिति भी कम मिली।