scriptIndian Railway: विश्व की पहली इलेक्ट्रिफाइड Rail Tunnel तैयार, जानें इसकी खासियत | World First Electrified Rail Tunnel Ready in Gurugram near Sohna at Haryana | Patrika News

Indian Railway: विश्व की पहली इलेक्ट्रिफाइड Rail Tunnel तैयार, जानें इसकी खासियत

locationनई दिल्लीPublished: Jul 25, 2020 05:40:15 pm

Haryana में Sohna के पास Indian Railway ने तेज किया अपने Dream Project का काम
Western Dedicated Freight Corridor की एक किमी लंबी सुरंग का काम पूरा
दुनिया की पहली इलेक्ट्रीफाइड रेल सुरंग हुई तैयार, अरावली पर्वत श्रंखला के बीच 10 लाख साल पुरानी चट्टानों को तोड़कर बनाई सुरंग

World First Electrified Tunnel in Haryana

दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइड रेल सुरंग तैयार

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( Coronavirus ) जैसी महामारी के बीच भी भारती रेलवे ( Indian Railway ) अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ( Dream Project ) पर शिद्दत से काम कर रही है। हरियाणा के सोहना के पास रेलवे ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ( Dedicated Freight Corridor ) पर काम और तेज कर दिया है। रेलवे ने वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पर अरावली पहाड़ियों में से एक किलोमीटर लंबी सुरंग काटी है। ये दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइंग रेल सुरंग है।
इसके तहत अगले एक वर्ष में डबल स्टैक कंटेनर ( Double Stack Container ) वाली मालगाड़ी को इलेक्ट्रिक रूट पर चलाने की योजना है। शुक्रवार को एक किमी लंबी रेल सुरंग में आखिरी विस्फोट किया गया। इस विस्फोट के साथ ही ये टनल अब दोनों ओर से खुल गई है। इस टनल के साथ भारतीय रेलवे ने इलेक्ट्रिफाइंग रेल सुरंग बनाकर एक और कीर्तिमान बना लिया है।
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भारतीय रेलवे ने दुनिया पहली ऐसी सुरंग तैयार कर ली है जिसमें मालगाड़ियों के लिए दोहरी इलेक्ट्रिफाइड रेल लाइन बिछाई जा रही है। अगले एक वर्ष में इस सुरंग में डबल डेकर माल गाड़ियां 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी।
यह सुरंग हरियाणा के मेवात और गुड़गांव जिलों को जोड़ती है। इसे दस लाख से भी ज्यादा पुरानी अरावली पर्वत श्रृंखला के बीच चट्टानों को तोड़ कर तैयार किया गया है। इस दौरान ये कई उतार-चढ़ाव के साथ गुजरती है।
ये होगा बड़ा फायदा
दरअसल अब तक देशभर में मालगाड़ियों को उन्हीं पटरियों पर दौड़ाया जता है जिन पर यात्री ट्रेनें चलती हैं। ऐसे में कई बार इस वजह से यात्री ट्रेनों को चलाने में देरी होती है। लेकिन अब इस इलेक्ट्रिफाइंग ट्रेक के तैयार होते ही रेल नेटवर्क पर पड़ने वाले अतिरिक्त दबाव कम होगा और समय की काफी बचत होगी। यही वजह है कि भारतीय रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के बनने का काम तेजी से कर रही है।
दो डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर पर हो रहा काम
देश में फिलहाल दो डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर तैयार किए जा रहे हैं। इन दोनों ही डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर को नोएडा के दादरी में लिंक किया जाएगा।

पहला वेस्टर्न डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर नोएडा के दादरी से गुड़गांव और गुजरात होते हुए मुंबई तक जाएगा। वहीं दूसरा ईस्टर्न डेडिकेटेड फ़्रेट कॉरिडोर जो पंजाब के लुधियाना से दादरी होते हुए कोलकाता तक जाएगा।
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