हर दिन हजारों लोगों का कोरोना टेस्ट (Coronavirus Test in India) की जांच किया जा रहा है। कोरोना टेस्टिंग (Coronavirus Test) को बढ़ाने के लिए सरकार ने दामों में भी कटौती की है, लेकिन लोग इसे लेकर पूरी तरह संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच आईआईटी गांधीनगर के m-tech में पढ़ाई करने वाले छात्र ने अपने प्रोफेसर के साथ मिलकर कमाल कर दिया है। उन्होंने दावा किया है कि छाती के एक्सरे से कोरोना का पता लगाया जा सकता है। यह कंप्यूटर विज्ञान में एमटेक के छात्र कुशपाल सिंह यादव ने इस सॉफ्टवेयर को डेवलप किया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित बनाया गया उपकरण शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि छाती के एक्सरे से कोरोना का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एक उपकरण विकसित किया गया है। यह एक ऑनलाइन उपकरण है और किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की आशंकाओं का पता लगाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इसे जल्दी टेस्टिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। वही इस उपकरण का परीक्षण अब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ द्वारा किया जा रहा है।
ऑनलाइन उपकरण है शोध में शामिल आईआईटी गांधीनगर के प्रो कृष्णा मियापुरम ने कहा कि ”कोरोना मरीजों का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। यह एक ऑनलाइन उपकरण है और किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की आशंकाओं का पता एक्सरे के माध्यम से लगाता है।”
क्या है खासियत – कोरोना की टेस्टिंग सुविधाओं को देखते हुए इसे विकसित किया गया है।
– उपकरण विकसित करने के लिए सही एल्गोरिदम और आंकड़ों की जरूरत होती है, हमारा उपकरण उपयोगी साबित होगा।
– इस उपकरण का प्रयोग व्यापक स्तर पर किया जा सकता है।
24 घंटों में गई 20 लोगों की जान गौरतलब है कि गुजरात में 24 घंटे में कोरोना के 620 ताजा केस सामने आए हैं, जबकि 20 लोगों की जान चली गई। राज्य में अब कुल मामले बढ़कर 32,446 हो गए, जिसमें 23,670 लोग ठीक/डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं, सूबे में अब तक 1,848 जानें इस महामारी के कारण गई हैं। इसी बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि कंटेनमेंट जोन्स में 31 जुलाई तक के लिए लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का पालन होगा। इस दौरान स्कूल, कॉलेज, सिने हॉल, स्विमिंग पूल, जिम, मनोरंजन पार्क, सामाजिक/राजनीतिक/धार्मिक और अन्य सभाओं पर रोक रहेगी।