डॉक्टरों का भी सहयोग जरूरी है मीडिया से बात के दौरान ब्रिटिश आॅस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक का कहना है कि इच्छामृत्यु के लिए डॉक्टरों का भी सहयोग जरूरी है। बाजार से इस तरह की दवाओं को लेने के लिए डॉक्टरों को इन्हें लिखने में सक्षम होना चाहिए। उन्हें छूट दी जानी चाहिए कि वह इस तरह की दवाएं लिख सकें। वैज्ञानिक डेविड गोडाल ने बताया कि वह स्वीट्जरलैंड में लागू इच्छा मृत्यु कानून की मदद लेना चाहते हैं। अपने साक्षात्कार में डेविड ने कहा कि वह मृत्यु के बाद स्वर्ग और नरक में जाने की बात नहीं मानते हैं। वह सिर्फ ईश्वर को मानते हैं। उन्होंने बताया कि उनका जन्म पहले विश्व युद्ध के समय हुआ था और उनका परिवार तीन उपमहाद्वीपों में रहा था।
सम्मानजनक मौत का सबको अधिकार डेविड का कहना है कि इस धरती पर सम्मानजनक मौत का सबको अधिकार है। क्यों किसी इंसान को दर्द भरी जिंदगी जीने को मजबूर किया जाता है। डेविड ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से आत्महत्या पर विचार कर रहे हैं, मगर जीवन की गुणवक्ता के आगे वह समझौता करते रहे। मगर पिछले कुछ सालों से उन्हें अपने जीवन में नकारात्मकता दिखाई दे रही है। ऐसे में वह इच्छा मृत्यु के विकल्प तलाश रहे हैं।