माइक पोम्पियों ने ईरान को दी चेतावनी, अमरीकी कैदियों को जल्द रिहा किया जाए चहल ने भारत सरकार और पंजाब सरकार से अनुरोध किया है कि वह मैक्सिको की सरकार से संपर्क कर युवकों के बारे में जानकारी लें। इसके साथ यह पता करें कि वह जिंदा है कि नहीं। वहीं उन्होंने युवाओं से अपील की है कि अगर आप अमरीका आने का सपना देखते हैं तो वैध तरीके से आए न की अवैध तरीके से।
चहल के अनुसार लापता युवकों के परिजनों ने बताया कि 56 लोगों का एक समूह इनमें ज्यादातर पंजाब के थे वह उस वक्त गायब हो गए जब वह अमरीका की सीमा से एक घंटे की दूरी पर थे। इस दौरान मैक्सिको की पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया था।
चहल का आरोप है कि परिजनों ने इन्हें अमरीका भेजने के लिए 19.5 लाख रुपये की रकम दिल्ली स्थित एक एजेंट को दी थी। वहीं इनसे बात करने के लिए परिजनों के धोखेबाज एजेंटों को अतिरिक्त 45 लाख भी दिए गए। वहीं बहामास के रास्ते नाव से अमरीका में घुसने की कोशिश करने वाले छह युवक गायब हो गए। बहामास से इन्होंने अपने परिजनों से बात की,लेकिन उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल सका।