भयानक हादसे के तुरंत बाद आनियाह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि आनियाह की खोपड़ी उसकी रीढ़ की हड्डी से अलग हो गई है। हालांकि डॉक्टरों ने आनियाह का सफल ऑपरेशन कर उसकी खोपड़ी को रीढ़ की हड्डी के साथ जोड़ दिया। लेकिन आनियाह की C5 नस फट चुकी थी। इसके अलावा आनियाह के दाहिने हाथ ने भी काम करना बंद कर दिया था।
हादसे के बाद आनियाह को 5 महीने तक एक हालो के साथ रहना पड़ा। बता दें कि हालो एक उपकरण होता है, जो सिर को छाती के साथ जोड़ कर रखता है, ताकि हड्डियां अपनी जगह पर रहें और इधर-उधर नहीं खिसकें। इसके साथ ही 4 साल की आनियाह अब फिर से चलना सीख रही है, इसके साथ ही वह इस स्थिति से भी लड़ना सीख रही है कि लकवाग्रस्त होकर कैसे चला-फिरा जाता है।
इस भयानक हादसे में आनियाह बच तो गई, लेकिन उसकी आगे की पूरी ज़िंदगी अब सामान्य बच्चों की तरह नहीं होगी। हालांकि डॉक्टरों ने आनियाह के भविष्य को लेकर काई खास दावा नहीं किया है कि वह अब आगे चलकर एक सामान्य जीवन व्यतीत कर पाएगी या नहीं। लेकिन वर्तमान में वह आम बच्चों की तरह न ही खेल-कूद सकती है और न ही बाकी के काम कर सकती है। आनियाह को अपनी गर्दन को लेकर काफी सतर्क रहना पड़ता है।
आनियाह के बारे में बताया गया कि वह एक बहादुर बच्ची है जिसने असहन दर्द का बड़ी ही बहादुरी से सामना किया। आनियाह की दादी कहती हैं कि उसने कभी भी किसी से अपने दर्द की बात नहीं की, कि वह कितना दर्द सह रही है। आनियाह के परिजन बेहद खुश हैं कि इतने भयानक हादसे के बाद भी वह उनके पास है।