लेबनान सरकार इसे हादसा मानकर चल रही है। राहत कार्य जारी है। हालांकि ये धमाका हादसा है या आतंकी साजिश इसके बारे में अभी तक कोई पुख्ता सबूत सामने नहीं आए हैं। इससे पहले, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया को बताया कि पूरे देश में इस धमाके की आवाज सुनी गई है। उन्होंने इसके रॉकेट स्ट्राइक या विस्फोटक से उड़ाने जैसे आतंकी हमले की आशंका जाहिर की है।
लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिएब के अनुसार इस विस्फोट का कारण 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट था। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास की इमारतों में आग लग गई। कारें पलट गईं और लोगों के घरों और खिड़की-दरवाजों के शीशे तक टूट गए। लेबनान के सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम के अनुसार धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से भरा हुआ था। इसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर लाया गया था। राष्ट्रपति माइकल इयोन ने ट्वीट कर बताया कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि 2,750 टन विस्फोटक नाइट्रेट असुरक्षित तरीके से रखा गया था। इसकी जांच जारी है।
इस धमाके को छोटे न्यूक्लियर विस्फोट की तरह माना जा रहा है। जॉर्डन की सिस्मोलॉजी ऑब्जरवेटरी के विशेषज्ञ का कहना है कि इस धमाके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता के भूकंप से ज्यादा आंकी गई है। इस धमाके के बाद आसमान में मशरूम के आकार के बादल बने। यह पहले सफेद था और फिर अचानक नारंगी रंग का हो गया।
इस घटना के बाद राष्ट्रपति माइकल आउन ने सुप्रीम डिफेंस काउंसिल की मीटिंग बुलाई। देश के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने बताया है कि घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। हसन के अनुसार शहर में भारी नुकसान भी हुआ है। इस धमाके में करीब आधा शहर तबाह हो चुका है। यहां की सड़कों पर जगह-जगह लाशें देखी गई हैं। पोर्ट के पास के इलाके के घर और इमरातें मलबे में तब्दील हो गईं हैं।