scriptयहां नाले में बहते हैं 43 किलो सोना और 3 टन चांदी | 43kg GOLD and 3 tonnes SILVER flushed down Swiss sewage and toilets | Patrika News

यहां नाले में बहते हैं 43 किलो सोना और 3 टन चांदी

locationनई दिल्लीPublished: Oct 12, 2017 11:10:54 pm

Submitted by:

Prashant Jha

स्विटजरलैंड के नालों में एक या दो किलो नहीं 43 किलो सोना और 3 टन चांदी बहा दी गई है।

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जिनेवा: आपने अक्सर नाले में प्लास्टिक पॉलीथिन, कचरे या डॉयपर को बहते देखा या सुना होगा लेकिन यह नहीं सुना या देखा होगा कि नालों में सोने और चांदी बहाए जाते हैं। जबकि यह हकीकत है । दरअसल स्विटजरलैंड के नालों में एक या दो किलो नहीं 43 किलो सोना और 3 टन चांदी बहा दी गई है। इस खुलासा एक सरकारी अध्ययन में हुआ है। अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि यहां के केमिकल इंडस्ट्री, घड़ी निर्माण उद्योग और फर्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में जिन रसायनिक तत्वों का इस्तेमाल होता है और उसकी प्रोसेसिंग होती है उसमें बड़ी मात्रा में सोने चांदी जैसे धातुएं इस्तेमाल होती हैं। इसके कोटिंग और प्रोसेसिंग में 43 किलो सोना और 3 टन चांदी के बराबर धातुएं निकल जाते हैं। जिसकी कीमत 31 लाख डॉलर है।
कहानी के जरिए समझाई पूरी घटना

इस रिपोर्ट का खुलासा करते हुए लेखक बास वैरिएन्स ने पति पत्नी के बीच झगड़े की कहानी का उल्लेख करते हुए कहा दोनों के बीच हुई लड़ाई में सारे गहने टॉयलेट में बहा दिए। लेकिन दुर्भाग्यवश कोई रिंग तक नहीं मिली। ऐसा ही हाल यहां भी है। इंडस्ट्री में जिन रासायनिक तत्वों का इस्तेमाल होता है उसमें सोने या चांदी के स्तर तो काफी कम हैं। ये सिर्फ माइक्रोग्राम या नैनोग्राम में है। लेकिन जब आप उन्हें जोड़ते हैं तो इसकी मात्रा बहुत ही ज्यादा हो जाती है।
नष्ट करने से पहले धातुओं को निकाला जा सकता है

शोधकर्ता अब अध्ययन कर रहे हैं आमतौर पर नष्ट किए जाने से पहले सीवेज में बहाने वाले धातुओं को निकाला जा सकता है।लेकिन अब तक इस दिशा में काम नहीं किया गया है। स्विटजरलैंड के पश्चिमी क्षेत्र जुरा में अधिक मात्रा में सोना पाया गया जो उनकी महंगी स्विस घड़ियों में इस्तेमाल होती हैं।
दुर्लभ धातुओं की हुई खोज

लेखक वैरिएन्स ने कहा कि टिसिन के दक्षिणी कैंटन भी सोने की रिफाइनरी क्षेत्र था। यह ऐसा क्षेत्र था जहां से केवल धातुओं को फिर से निकाला जा सकता है। सरकारी इंस्टिट्यूट एक्यूटिक साइंड और टेक्नॉलोजी (EAWAG) ने इस क्षेत्र में मेडिकल इमेजिंग में इस्तेमाल होने वाले गदोलिनियम जैसे दुर्लभ धातुओं की भी खोज की है। उनकी यह खोज वाकई अमीर स्विट्जरलैंड का एक ताजा उदाहरण है।
अध्ययन में कई खुलासे
ये अध्यन उस वक्त शुरू हुआ जब पिछले महीने जिनेवा बैंक के शौचालय और तीन होटल के टॉयलेट को 100,000 डॉलर के बैंक नोट से जाम कर दिया गया था। अध्ययन ने खुलासा हुआ कि स्विस धातु को इंसानों को पीने वाले पानी से हटा दिया गया था।
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