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बिना परिवार सड़कों पर सालों से जिंदगी गुजार रहे बेघर सैनिक की हुई मौत, लेकिन शवयात्रा देख लोग हुए भावुक

Published: Nov 23, 2017 11:57:10 am

Submitted by:

राहुल

एक सैनिक का यह सपना होता है कि जब वो देश के प्रति अपनी ड्यूटी खत्म कर अपने घर पहुंचे तो एक वीर की तरह उसका सम्मान हो, लेकिन

Homeless veteran dies
एक सैनिक जब तक अपनी सेवानिवृत नहीं होता, वो तब तक देश सेवा में अपना सब कुछ कुर्बान करता रहता है। देश की रक्षा करते करते कई बार सैनिक इस कदर देशभक्ति में सराबोर हो जाते हैं कि उन्हें अपने बारे में सोचने का समय भी नहीं मिलता। कुछ ऐसा ही हुआ एक सैनिक के साथ जो अपनी ड्यूटी के दौरान अपने काम के प्रति इतना वफादार रहा कि बहुत कम ही अपने परिवार से मिलने आ सका। इस बीच उसने अपने छोटे से परिवार को भी खो दिया। इस दौरान न तो वो अपने सेवानिवृत होने के बाद रहने के लिए आशियाना बना पाया और ना ही अपना परिवार।
अमरीका के Boston में रहने वाले एक सेवानिवृत सैनिक की बीते 6 नवम्बर को मृत्यु हो गई। 68 वर्षीय John T. Fitzmaurice करीब 8 साल पहले सेना से रिटायर हुए थे लेकिन रिटायर होने के बाद उनके पास रहने के लिए घर तक नहीं था। जॉन ने ये 8 साल सड़क पर ही बिताए. Boston की सड़कें ही उनका घर बन चुकी थीं। इतने सालों तक बेघर रहने की वजह से जॉन को कई बीमारियाँ भी घेर चुकी थीं।
लंबी बीमारी के चलते इस बेघर बुजुर्ग और सेवानिवृत सैनिक की असहाय मौत हो गई। इस दौरान उनका कोई भी अपना उनके साथ उनके अंतिम संस्कार के लिए मौजूद नहीं था। इसलिए कुछ स्कूली छात्रों ने इस बुजुर्ग के सम्मान सहित अंतिम संस्कार के लिए शवयात्रा की व्यवस्था की। छात्रों ने शवयात्रा में स्वेच्छा से भाग लिया भले ही वे आदमी को कभी नहीं जानते थे।
https://twitter.com/CatholicMem/status/930976756366004224?ref_src=twsrc%5Etfw
कैथोलिक मेमोरियल हाई स्कूल के अध्यक्ष पीटर फोलान ने कहा कि’ ”हमारे छात्रों ने हमें यह एहसाह दिलाया कि हमारे लिए एक रिटायर सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए, उसे हमारे परिसर में लाने के लिए, उसे कफ़न का अधिकार देने के लिए और उसकी विरासत को सम्मानित करने के लिए हमें ऐसे नागरिकों के के साथ खड़े होना चाहिए जो हाशिए पर हैं।”
सैनिक को सम्मान सहित विदा करने वाले 40 छात्रों के इस ग्रुप का कहना था कि यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि हमें देश की सेवा करने वाले एक सैनिक का मरणोपर्रांत सम्मान करने का अवसर प्राप्त हुआ।
शवयात्रा में शामिल हुए एक छात्र का कहना था कि हमारे परिवार में भी कई सैनिक हैं जो सीमा पर देश की रक्षा कर रहे हैं, इसलिए हमें पता है कि वो जो भी करते हैं देश के लिए करते हैं, हमें यह पता है कि वो अपने देश की सेवा के लिए वर्षों से प्रतिबद्ध प्रतिबद्ध हैं।
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