आज हम आपको कैंसर पीड़ित मां की ऐसी अविश्वसनीय कहानी को साझा कर रहे हैं जिस पर विश्वास करना थोडा सा मुश्किल है लेकिन यह सच है कि कि एक महिला जोकि 2007 से कैंसर से पीड़ित थी और जिसने स्टेज 4 कैंसर में अपनी गर्भावस्था के दौरान इन 10 सालों में तीन बच्चों को जन्म दिया। एक मां जो कभी प्रार्थना किया करती थी कि उसे मौत जल्द आ जाए लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
एशले हॉलफोर्ड नाम की यह महिला जब साल 2007 में एक महीने की प्रेग्नेंट थी, उसी वक्त उन्हें महसूस हुआ कि उनकी गर्दन पर एक छोटी फुंसी निकल रही है। महिला इस बात से अंजान थी कि जिसे वो फुंसी समझ रही थीं वो दरअसल कैंसर की दस्तक थी। एशले ने साधारणतः उस फुंसी का इलाज कराया। उस वक्त तो उन्हें कुछ दिन के लिए कुछ राहत मिली लेकिन कुछ ही दिनों में उस फुंसी ने विकराल और दर्दनाक रूप धारण कर लिया। इस वक्त तक एशले अपनी प्रेग्नेंसी के 32 वें हफ्ते में थीं। जांच रिपोर्ट में सामने आया था कि वो फुंसी अब स्टेज 4 कैंसर में तब्दील हो चुकी थी।
एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के अनुसार एशले को कैंसर के बारे में पता लगने के 4 दिन बाद लेबर पेन हुआ जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया जोकि पूरी तरह स्वस्थ था।
कहा जाए तो ये उन दिनों की शुरुआत थी जब एशले को उनकी जिंदगी के कड़े इम्तिहानों से गुजरना था। बच्चे के जन्म के बाद उनकी कई तरह की कीमोथेरेपी की गई लेकिन उनका कैंसर बार बार ख़त्म होने के बाद फिर से अपने रूप में वापस आ रहा था। उनका इलाज करने वाले डॉक्टर्स का यही कहना था कि उन्हें नहीं पता कि वो कौन से कैंसर से पीड़ित हैं। हालांकि उनके कैंसर का इलाज बदस्तूर जारी रहा। इस बीच एशले ने कई बार यह दुआ मांगी कि उनकी जिंदगी का यहीं अंत हो जाए लेकिन शायद किसी को यह मंजूर नहीं था।
एशले ने अक्टूबर 2012 में एक बच्ची और अक्तूबर 2016 में एक बच्चे को जन्म दिया। इन 10 सालों में वो अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष करती रहीं और कैंसर को मात देने की जंग लडती रहीं। लगभग 10 सालों का उनका यह संघर्ष रंग लाया और उन्होंने कैंसर की यह जंग कई कीमोथेरेपी की मदद और अपने विश्वास के बल पर जीत ली।
यह एशले और शायद बाकी लोगों के लिए भी अविश्वसनीय था कि उन्होंने कैंसर 4 स्टेज के कैंसर में तीन बच्चों को जन्म दिया और अपनी जंग को भी जीता। हालांकि इन 10 सालों में उनकी जिंदगी में कई उतार चढाव भी आये लेकिन उन्होंने इन सब की परवाह नहीं की। एशले लोगों को यह सुझाव देती हैं कि जिंदगी की कठिन से कठिन परिस्थतियों में भी सकारात्मक बने रहना चाहिए।
”डॉक्टर्स ने मुझे जीने के लिए कुछ ही हफ्ते दिए थे, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। इसलिए हिम्मत मत हारो, मैंने भी उम्मीद नहीं छोड़ी” -Ashley Hallford