क्या है पूरा मामला मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महावाणिज्य दूत मोहम्मद हाशिम नियाजी ने कहा कि वाणिज्य दूतावास के स्वामित्व वाले एक बाजार से अफगानिस्तान का झंडा उतार लिया गया। इसके बाद दुकानदारों से मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि इसके विरोध में वाणिज्य दूतावास को बंद करने का फैसला लिया गया है।
नियाजी ने कहा कि इससे पहले भी मार्केट से हमारा झंडा उतार लिया गया था और हमने उस वक्त भी कहा था कि अगर यह घटना दोबारा होती है तो हम वाणिज्य दूतावास बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि आज का समय नाजुक है,ऐसे समय में यह काम नहीं करना चाहिए था। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।’
कब्जा माफिया को रोका जाना चाहिए मोहम्मद हाशिम नियाजी ने कहा कि यह अफगान मार्केट अफगानिस्तान सरकार की संपत्ति है। मगर कब्जा माफिया यहां पर ज्यादतियों को रोका जाना चाहिए और पाकिस्तान को मसले का हल राजनयिक स्तर पर निकालना चाहिए। इससे पहले पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत शुकरुल्ला आतिफ मशाल ने अफगानिस्तान के पेशावर में वाणिज्यिक दूतावास को बंद करने की धमकी दी थी।