अनुराग-तापसी के घर छापे में मिले टैक्स चोरी के सबूत, अनियमितता का मामला सामने आया इन मीडियाकर्मियों की मौत पर अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस का कहना है कि हम चाहते हैं कि इन जघन्य हत्याओं की खुली और पारदर्शी जांच को लेकर दोषियों की दंडमुक्ति की संभावना खत्म हो। हम सरकार से प्रेस की स्वतंत्रता और पत्रकारों की रक्षा करने का आह्वान करते हैं।’
युद्धग्रस्त देशों में आम लोगों को निशाना बनाकर हत्या के मामले बढ़ रहे हैं। तीनों मीडियाकर्मियों का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। निजी चैनल के समाचार संपादक और ननगरहर प्रांत के अधिकारियों के अनुसार महिलाओं को अलग-अलग स्थानों पर गोली मारी गई। अफगान अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने तीनों की हत्या के संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पहचान कारी बसर के रूप में की गई है। पुलिस का कहना है कि बसर तालिबानी आतंकवादी है, लेकिन तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इस दावे को नकार दिया है।
आतंकी संगठन आईएस का कहना है कि इन महिला पत्रकारों को इसलिए निशाना बनाया गया, क्योंकि वे ‘धर्म का त्याग कर चुकी अफगान सरकार के वफादार मीडिया स्टेशनों’ में से एक में काम करती थीं।