यूएई सरकार के नियमों के तहत, भारत से यात्रा करने वाले प्रत्येक यात्री से 96 घंटे पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण से मूल कोरोना-नेगेटिव प्रमाणपत्र लाने की जरूर होती है। अधिकारियों ने बताया कि एक यात्री जिसके पास COVID पॉजिटिव सर्टिफिकेट था। उसने 2 सितंबर को एयर इंडिया एक्सप्रेस ‘जयपुर-दुबई फ्लाइट से यात्रा की थी। एक और मामले में भी इस तरह की घटना सामने आई थी।
अधिकारियों का कहना है कि दुबई नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (Dubai Civil Aviation Authority) ने 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक एयर इंडिया एक्सप्रेस उड़ानों पर पाबंदी लगा रखी है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों में दो ऐसी घटनाओं के बाद प्राधिकरण को यह फैसला लेना पड़ा।
इस मामले के बारे में पूछे जाने पर, एयर इंडिया एक्सप्रेस का कहना है कि वह यात्रियों की परेशानियों को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और वह अपनी चार दुबई उड़ानें संचालित करने की योजना तैयार कर रहा है। ये शुक्रवार को भारत से संचालित होने वाली हैं।
कोरोना टेस्ट के बाद पकड़ेंगे फ्लाइट नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार विदेश से आने वाले यात्रियों को एंट्री पोर्ट पर कोरोना जांच करानी होगी। इस दौरान निगेटिव होने पर ही घरेलू कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़ने की इजाजत मिल सकेगी। मंत्रालय के आदेश में साफ कर दिया गया है कि सभी यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़ने से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा। टेस्ट निगेटिव पाए जाने के बाद ही वे अपने शहर के लिए घरेलू कनेक्टिंग फ्लाइट को पकड़ सकते हैं। गौरतलब है कि कोरोना जांच रिपोर्ट के लिए उन्हें सात घंटे का इंतजार करना होगा। उन्हें एंट्री पोर्ट के लाउंज में रिपोर्ट के लिए बैठना होगा।