इतना ही नहीं, इसका असर अगले पांच सालों तक नजर आएगा। यानी कि अगले पांच साल तक गर्मी सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी और लोगों को भयावह स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
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ब्रिटेन के मौसम विभाग की ओर से एक बयान में कहा गया है कि आने वाला पांच साल पूरी दुनिया के लिए बहुत ही अहम है, क्योंकि गर्मी ( Heat wave ) अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है। बयान में कहा गया है कि 2015 में हुए पेरिस समझौते में 2024 तक धरती का तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस कम करने के संकल्प के बावजूद ऐसा होगा।
बयान में आगे यह भी कहा गया कि संकल्प पूरा करने के लिए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गैसों का उत्सर्जन कम करने पर सभी देशों को मिलकर काम करना होगा।
1.62 सेल्सियस की गति से बढ़ सकता है तापमान
पूरी दुनिया में बदलते मौसम की स्थिति को देखते हुए यह कहा गया है कि बीते हर दशक में पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ता ( Increase Earth Temprature ) ही जा रहा है। लिहाजा अनुमान है कि 2020 से 2024 की अवधि में यह तापमान हर वर्ष 1.06 से 1.62 सेल्सियस की गति से बढ़ सकता है। 2015 से 2019 के बीच तापमान में 1.09 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई।
इस दशक में अभी तक 2016 सबसे ज्यादा गर्म साल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि आने वाला पांच साल में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे और सर्वाधिक गर्मी पड़ सकता है।
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ब्रिटिश मौसम विभाग ( British Meteorological Department ) के विश्लेषक डग स्मिथ के मुताबिक, आने वाले पांच वर्षो में हर नया साल पिछले साल के मुकाबले अधिक गर्म होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि वातावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गैसों का उत्सर्जन लगातार बढ़ता जा रहा है।
इसके अलावा कई देशों में ज्वालामुखी फटने व जंगलों में लगी आग के कारण तापमान बढ़ने की प्रमुख वजह हो सकती है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी का तापमान बढ़ने का प्रभाव सबसे अधिक यूरोप के उत्तरी देश, एशिया और उत्तरी अमरीका में पड़ेगा।
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