दरअसल, अमरीका-ब्रिटेन ने चीन के खिलाफ अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी किया है। दोनों देशों ने एक साथ अपने नागरिकों के लिए यह ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वह चीन और हांगकांग की यात्रा पर न जाएं।
ट्रैवल एडवाइजरी में आगे यह भी कहा गया है कि यदि कोई भी चीन और हांगकांग की यात्रा करता है तो उनपर मनमाने तरीके से किसी अपराध के लिए दोषी करार देकर गिरफ्तार किया जा सकता है, उनपर स्थानीय कानून को जबरन थोपा जा सकता है।
मनमाने तरीके से गिरफ्तार किए जाने का डर
अमरीका ने नए ट्रैवल एडवाइजरी में अपने नागरिकों को सीधे-सीधे चेतावानी दी है कि चीनी अधिकारी मनमाने तरीके से जांच के नाम पर आपको हिरासत में ले सकते हैं। इसके अलावा अमरीका और ब्रिटेन के नागरिकों को चीन से बाहर जाने पर भी प्रतिबंध लगा सकते हैं। इतना ही नहीं, विदेश से परिवार के सदस्यों को चीन लौटने के लिए मजबूर किया जा सकता है और दीवानी विवादों को प्रभावित कर सकता है।
एडवाइजरी में आगे यह भी चेतावनी दी गई है कि चीन या हांगकांग में रहने वालों या वहां की यात्रा करने वाले अमरीकी नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें राजनयिक पहुंच से दूर कर दिया जा सकता है और कथित अपराध के बारे में कोई जानकारी भी नहीं देगा।
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अमरीकी नागरिकों से लंबे समय तक पूछताछ की जा सकती है। हांगकांग में चीन अपने एकतरफा कानून के जरिए अमरीकी नागरिकों को प्रताड़ित कर सकता है।
चीन ने कई देशों के नागरिकों को किया गिरफ्तार
आपको बता दें कि अभी हाल के दिनों में चीन ने कई देशों के नागरिकों को गिरफ्तार किया है, इसमें कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापाना आदि देशों के नागरिक शामिल हैं। चीन ने इन देशों के नागरिकों पर ड्रग्स, सीक्रेट डेटा चुराने जैसे कई मनगढ़ंत आरोप लगाकर गिरफ्तार किया है। ऐसे में अब ब्रिटेन-अमरीका को अब अपने नागरिकों को लेकर चिंता सताने लगा है।