पेंटागन द्वारा गुरुवार को जारी बयान के अनुसार,एस्पर की यात्रा 13 नवंबर से शुरू होगी और उनका पहला पड़ाव दक्षिण कोरिया होगा। जहां वह 51वीं अमरीकी-दक्षिण कोरिया सुरक्षा सलाहकार बैठक में भाग लेंगे। इसके साथ अपने समकक्ष और दक्षिण कोरिया के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गठबंधन पर चर्चा करेंगे।
पेंटागन प्रमुख इसके बाद थाईलैंड में आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेंगे। गौरतलब है कि एस्पर फिलीपींस और वियतनाम का दौरा करेंगे और दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के अपने समकक्षों से मुलाकात करेंगे।दक्षिण कोरिया मेें जाने का उद्देश्य कोरियाई देशों से शांति स्थापित करना है। दक्षिण कोरिया के साथ उत्तर कोरिया के साथ भी वह बेहतर संबंध बनाना चाहता है।