दरअसल, अमरीका में 2020 में जनगणना ( Census ) होने वाला है। इसमें सिख समुदाय को पहली बार एक अलग जातीय समूह के तौर पर गिना जाएगा। इससे पहले कभी भी सिखों को अलग जातीय समूह के तौर पर पहचान नहीं मिली थी।
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सरकार के इस फैसले से सिख समूदाय काफी खुश है। इसी सिलसिले में सिखों के एक संगठन ने जानकारी देते हुए सरकार के इस कदम को मील का पत्थर करार दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से अब देश में अन्य अल्पसंख्यक जातीय समूहों की अलग गणना के रास्ते खुलेंगे। बता दें कि अमरीका में सिखों की आबादी करीब 10 लाख है।
सिखों के लिए गर्व की बात: यूनाइटेड सिख संगठन
अमरीकी जनगणना के उप निदेशक रॉन जर्मिन ने कहा कि सिखों की सटीक गिनती के लिए एक अलग कोड की जरूरत होगी। सैन डिएगो की सिख सोसाइटी के अध्यक्ष बलजीत सिंह ने कहा कि सिख समुदाय की कोशिशों को अमरीका में बेहतर परिणाम मिले हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से अमरीका में सिर्फ सिखों के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य अल्पसंख्यक जातीय समूहों की अलग गणना के लिए भी रास्ते खोलेगा।
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यूनाइटेड सिख नामक संगठन ने कहा कि अमरीकी जनगणना में पहली बार किसी अल्पसंख्यक समूह की अलग से गणना और अलग कोड मिलना सिखों के लिए गर्व की बात है।
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