वहीं अमरीका चीन कंपनी पर जुर्माना लगाने का मन बनाया है। अमरीकी न्याय विभाग ने एक बयान में कहा है कि चीनी कंपनी को संयुक्त राज्य अमरीका को लगभग 5 लाख दोषपूर्ण मास्क भेजने के आरोप में हर्जाना भरना होगा। इस मास्क को एन 95 स्तर का बताया गया था मगर ये सभी मास्क खराब निकले।
शुक्रवार को एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 महामारी को लेकर संयुक्त राज्य अमरीका को चीनी निर्माता कंपनी ने लगभग आधा मिलियन गलत और दोषपूर्ण मास्क भेजे थे। इन्हें N-95 मास्क की तरह पेश किया गया। कंपनी के अनुसार, किंग ईयर पैकेजिंग को 5 लाख डॉलर तक का जुर्माना देना पड़ सकता है।
रिलीज के अनुसार, न्याय विभाग के नए कोविड-19 होर्डिंग और प्राइस गोइंग टास्क फोर्स के प्रयासों के कारण कंपनी की पहचान की गई और उसका अब शुल्क लिया जाएगा। इस तरह की डिमांड अन्य देशों में भी बढ़ गई है। कई देश चीन में जुर्माना लगाने की कोशिश में हैं। उनका कहना है कि आपातकाल में मंगाए मास्क फायदा आम मरीजों को नहीं मिला। इसका कारण है कि मास्क मानकों के अनुसार नहीं मिले।
वहीं चीन ने पिछले दिनों पाकिस्तान को खराब मास्क देकर अपनी फजीहत की थी। पाक मीडिया के मुताबिक, जब चीन से मेडिकल सप्लाई पाकिस्तान पहुंची तो मेडिकल स्टाफ उसे खोल कर हैरान रह गया क्योंकि ये अंडरवेयर से बने मास्क थे। हैरानी की बात यह है कि सिंध की प्रांतीय सरकार ने बिना जांच किए ही अस्पतालों में ये मास्क भी भेज दिए।
इससे पहले चीन ने आगे बढ़कर खुद मेडिकल सप्लाई करने का मन बनाया था। उसने पाक से मास्क भेजने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान से लगी सीमा को खोलने का अनुरोध किया था। चीनी दूतावास ने पाक विदेश मंत्रालय के नाम चिट्ठी भेजी थी। उसमें उसने कह था कि शिजियांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्र पाकिस्तान को मेडिकल सप्लाई भेजना चाहता है। इस अनुरोध पर पाक फूला नहीं समाया, लेकिन उसे कहां पता था कि चीन उसके साथ ठगी कर लेगा।