रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात तालिबान और नॉदर्न अलायंस के बीच हिंसक संघर्ष हुआ। इस घटना में सालेह के बड़े भाई को मौत के घाट उतार दिया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि तालिबान के लड़ाकों ने रोहुल्लाह सालेह को काफी यातनाएं दी । हालांकि,अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
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पंजशीर पर जीत का दावा
रिपोर्ट में दावा करा गया कि जब तालिबानी लड़ाके की उसी स्थान पर बैठे हुए तस्वीर सामने आई है, जहां से अमरूल्लाह सालेह ने एक वीडियो बयान जारी करा था कि वह अभी भी पंजशीर में है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल कर यह कहा गया कि तालिबान ने यहां बने पुस्तकालय पर कब्जा कर लिया है। इस जगह अमरूल्लाह सालेह रहता था।
पंजशीर ने आजादी के लिए जंग लड़ी
पंजशीर वहीं क्षेत्र है, जहां पर अभी तालिबान का राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा और नार्दर्न अलायंस के साथ जंग जारी है। 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान ने अपना कब्जा जमाया था। हालांकि,पंजशीर में नॉर्दर्न अलायंस ने अपनी आजादी की जंग जारी रखी थी। अशरफ गनी ने देश छोड़कर जाने के बाद अमरूल्लाह सालेह ने पंजशीर के लड़ाकों का जमकर समर्थन किया। उनकी तरफ से कई मौकों पर तालिबान को खुली चेतावनी दी गई है।