पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट का कड़ा निर्देश, दोहरी नागरिकता वालों को सरकारी नौकरी नहीं पत्रकार कार्लोस फर्नांडो चामोरो ने अपने समाचार पत्रों के कार्यालयों में बिना वारंट के छापेमारी करने की चुनौती दी थी, इसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।
चामोरो के अनुसार- ‘पुलिस के पास कोई वारंट नहीं था…इसलिए यह निजी संपत्ति, प्रेस की स्वतंत्रता और मुक्त उद्यम पर एक सशस्त्र हमला है।‘ छापेमारी के बाद उनका कार्यालय सील कर दिया गया। कामकाज का सामान और दस्तावेज भी सील किए गए हैं।
पेरिस जलवायु सम्मेलन में हुई तोड़फोड़, समझौते का प्रयास जारी इसके बाद चामोरो ने पुलिस मुख्यालय जाकर सामान वापस देने की मांग की और कहा कि समाचार पत्र और टेलीविजन कार्यक्रम पंजीकृत निजी कम्पनियां हैं और उनका उन संगठनों के साथ कुछ लेना देना नहीं है, जिन्हें निशाना बनाया जा रहा है।’ गौर हो, मनागुआ में ‘निकारागुअन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स’ (सीईएनआईडीएच) और चार अन्य एनजीओ के दफ्तरों पर भी कब्जा कर लिया गया और सांसदों ने उनके संचालन के परमिट रद्द कर दिए।