ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स की जंगलों में लगी भयावाह आग से अब तक 150 से अधिक घर जलकर खाक हो गए हैं और तीन लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद से यह सवाल खड़े हुए कि क्या जलवायु परिवर्तन की वजह से जंगलों में आग लग रही है और तेजी के साथ फैल रही है।
ऑस्ट्रेलिया: न्यू साउथ वेल्स में आग लगने से 100 से अधिक घर स्वाह, तीन की मौत
ऑस्ट्रेलिया के आम लोगों से इस बारे में पूछा गया तो कई ने इसे सही माना। हालांकि सही मायने में यह नहीं कहा जा सकता है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से ही जंगलों में आग लग रही है। जबकि वैज्ञानिक लंबे समय से चेतावनी देते आ रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम अधिक गर्म हो सकता है और जंगलों में तेजी से आग फैल सकती है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन ने इस मामले पर बयान देने से इंकार कर दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि मेरे लिए इस आग में मारे गए लोग या उनके परिवारों के साथ रहना पहली प्राथमिकता है।
भारत में मानसून को रूकना बना ऑस्ट्रेलिया के जंगल में आग की वजह?
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी विनाशकारी आग के लिए कई वजहें हैं, लेकिन जंगलों में आग लगने के कारणों और मौसम के व्यवहार का अध्ययन करने वाले मेलबर्न विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ ट्रेंट पेंहमन (Trent Penhman) ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि इस आग के लिए भारत में देर तक रहा मानसून जिम्मेदार है।
पेंहमन ने कहा है कि चूंकि इन क्षेत्रों में सही समय पर सामान्य बारिश नहीं हो सकी, जिसके कारण ये क्षेत्र गर्म, शुष्क और तेज हवाओं के असर में रहे। ऑस्ट्रेलिया का पूर्वी तट शुष्क हो गया और उसके आग की चपेट में आने का जोखिम बढ़ गया।
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में भीषण आग, सैंकड़ों घरों को लपटों ने लिया अपनी चपेट में
आपको बता दें कि भारत में रिकॉर्ड बारिश पिछले महीने के मध्य तक भी नहीं थमी थी। जबकि एशिया में दक्षिण-पश्चिम मानसून हर साल जून से सितंबर के बीच खत्म हो जाता है और ये हवाएं फिर वहां से दक्षिण की तरफ बढ़ती हैं।
अब माना जा रहा है कि चूंकि भारत में मानसून जल्द खत्म नहीं हुआ, इसलिए ऑस्ट्रेलिया के डार्विन इलाके में अच्छी बारिश नहीं हुई। लिहाजा अब ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में तापमान बढ़ने और गर्म हवाओं के कारण भीषण आग लगी है।
अमेजन के जंगल में आग
दक्षिणी अमरीका के 1.4 अरब एकड़ क्षेत्र में फैले अमेजन का जंगल ब्राजील समेत नौ देशों में फैला है। बीते दो महीने से अमेजन की जंगल में आग लगी थी। आग इतनी भयावाह थी कि अमेजन बेसिन में आने वाले सात देशों तक यह आग फैल गई। अमेजन का करीब 60 फीसदी हिस्सा ब्राजील में है।
अमेजन में लगी आग फैलकर दक्षिणी कैलिफोर्निया के जंगलों तक पहुंच गई और फिर आग ने भीषण रूप ले लिया। सैन फर्नांडो वैली में 7,542 एकड़ तक फैल गई। आलम यह था कि करीब 1,00,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया। इस आग में दर्जनों घर नष्ट हो गए।
बता दें कि कैलिफॉर्निया के जंगलों में हर साल सितंबर, अक्तूबर में आग की घटनाएं होती हैं, अब तक के इतिहास में पिछले साल सबसे भयावह आग लगी थी।