Ayodhya Verdict: लाल कृष्ण आडवाणी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जताई खुशी, कहा- ऐतिहासिक निर्णय
इस फैसले को लेकर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं भी आ रही है। इसी कड़ी में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर शनिवार को ही भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने कुछ देशों के राजदूतों को अवगत कराया। विदेश सचिव ने देश के इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम से विदेशी राजदूतों को अवगत कराया है।
फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि विदेश मंत्रालय की ओर से किन-किन देशों को अयोध्या फैसले को लेकर जानकारी दी गई है।
राम जन्मभूमि न्यास के हक में आया फैसला
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने 40 दिनों तक चली सुनवाई के बाद शनिवार को ऐतिहासिक फैसला दिया है। इस कोर्ट ने हर पक्ष को बारीकी से सुनने और हर तथ्यों पर गौर करने के बाद विवादित भूमि हिन्दू पक्षकार राम जन्म भूमि न्यास को सौंप दिया, जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीने देने को आदेश दिया गया।
फैसले के दौरान कोर्ट ने सरकार से कहा है कि तीन महीने में एक ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि यह फैसला धर्म या आस्था के आधार पर नहीं बल्कि साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर किया गया है। क्योंकि कानून किसी आस्था पर फैसला देने की इजाजत नहीं देता है।