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संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बलूच कार्यकर्ताओं ने लगाए नारे, पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई

Published: Sep 25, 2018 08:51:45 am

Submitted by:

Mohit Saxena

विदेशों में रह रहे बलूचों ने पाकिस्तान के भेदभाव को उजागर किया, पाक और चीन के आर्थिक गलियारे के बाद उन पर जुल्म बढ़े

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संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बलूच कार्यकर्ताओं ने लगाए नारे,पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई

न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बलूचिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पाकिस्तान के अत्याचारों को लेकर नारे भी लगाए। गौरतलब है कि बलूच में रहने वाले लोगों पर पाकिस्तान लगातार भेदभाव की नीति अपनाता आया है। जब से पाकिस्तान और चीन ने मिलकर आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) तैयार किया है तब से बलूचों पर और अधिक अत्याचार हो रहे हैं।
यहां पर रह रहे बलूचों की जमीनें छीन ली गईं हैं और उन्हें सही मुआवजा तक नहीं मिला है। न्यूयॉर्क में इन दिनों यूएन महासभा का सत्र चल रहा है। यहां पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी पहुंचे हैं। विदेशों में रह रहे बलूच अपने क्षेत्र की लड़ाई के लिए इस मंच तक अपनी आवाज उठाना चाहते हैं। उनका कहना है कि अमरीका और भारत सहीत अन्य यूरोपीय देश इस मामले में हस्तक्षेप करें और उन्हें पाकिस्तान की गुलामी से आजाद करें।
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संसाधनों का शोषण हो रहा

हाल ही में मानवाधिकार कार्यकर्ता मामा कदीर ने जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र में एक बैठक के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बलूचिस्तान के संसाधनों का शोषण कर रहा है और इसे चीन के साथ साझा कर रहा है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के लोगों को सीपीईसी (चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) और चीन का विरोध करने के लिए लक्षित किया जा रहा है। वे पाकिस्तान से बलूचिस्तान छोड़ने की मांग कर रहे हैं, जिसके लिए पाकिस्तान तैयार नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पाकिस्तान का अस्तित्व बलूचिस्तान के संसाधनों पर निर्भर करता है।
बलूचों का हो रहा अपहरण

मानव अधिकार कार्यकर्ता नाला क्वाद्री बलूच ने संयुक्त राष्ट्र परिषद में कहा कि जिस गति से बलूचिस्तान में हमारे लोगों का अपहरण हो रहा,ऐसे में कुछ सालों में यहां कोई भी स्थानीय नागरिक नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन की सेना मिलकर यहां के लोगों का अपहरण कर उनके शरीर के अंगों को बेच रहे हैं। आए दिन की उनकी लाशे सड़कों पर पाईं जा रही हैं। नाला क्वाद्री ने कहा कि जब से पाकिस्तान—चीन आर्थिक गलियारा तैयार किया गया है तब से यहां के लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचार बढ़ गए हैं।
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