दरअसल, यूनाइटेड किंगडम में 12 दिसंबर को होने वाले आम चुनावों से पहले एक प़त्रकार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं (एनएचएस) प्रणाली के बारे में बता रहे थे। तभी उन्हें ब्रिटेन के अस्पतालों की बदहाली की एक तस्वीर पत्रकार ने दिखाई। इसमें लड़का अस्पताल की फर्श पर लेटने को मजबूर दिखाई दे रहा है। इसका जवाब देने के बजाय जॉनसन ने फोन को छीनकर अपनी जेब में रख लिया।
इसके बाद जॉनसन का साक्षात्कार लेने वाले पत्रकार जो पाइक ने घटना के इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया और लिखा ‘प्रधानमंत्री जॉनसन को जैक विलिमेंट बार (बच्चे का नाम) की तस्वीर दिखा रहा था। निमोनिया से पीड़ित चार साल के इस बच्चे को लीड्स अस्पताल में इलाज के लिए फर्श पर लेटना पड़ा। उन्होंने जब इसकी तस्वीर दिखाई तो उन्होंने उनका फोन छीनकर जेब में रख लिया।’
सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने के कुछ ही घंटों के बाद ही इसे दस लाख लोगों ने देखा है। सोशल मीडिया पर जॉनसन की जमकर आलोचना की जा रही है। आलोचना करने वाले में लेबर पार्टी के जेरेमी कॉरबेन भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एनएचएस के संकट के कारण बीमार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कॉरबेन ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री को कोई परवाह नहीं हैं।
वीडियो में देखा जा सकता है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री फोटो को देखने से इनकार करते हुए कह रहे हैं कि उन्होंने इसे नहीं देखा है लेकिन जॉनसन कह रहे है कि मुझे पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना है। जब पाइक को अपना फोन लेने के लिए बुलाया गया, तो प्रधानमंत्री दोबारा स्क्रीन को देखते हुए कहा कि यह एक भयानक तस्वीर है, और मैं स्पष्ट रूप से परिवारों और उन सभी से माफी मांगता हूं।