यूरोपीय संघ के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया ब्रिटिश प्रधानमंत्री थरेसा मे ने कहा कि मैं जनमत संग्रह के नतीजे को नहीं पलटने वाली और ना ही मैं अपने देश को तोडूंगी। उन्होंने कहा कि गुरुवार को डोनाल्ड टस्क ने कहा था कि हमारे प्रस्तावों से एकल बाजार कमजोर होगा। उन्होंने विस्तार से इसके बारे में नहीं बताया या कोई जवाबी प्रस्ताव पेश नहीं किया। इसलिए वार्ता में गतिरोध है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के दौरान उन्होंने यूरोपीय संघ के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया।
बुरे समझौते से बेहतर है कोई समझौता न हो ब्रिटेन भी ऐसी ही उम्मीद रखता है कि इस प्रक्रिया के अंत में अच्छे संबंध इस पर निर्भर करते हैं। उन्होंने कहा कि वार्ता के इस स्तर पर विस्तृत स्पष्टीकरण और जवाबी प्रस्ताव दिए बगैर किसी दूसरे पक्ष के प्रस्ताव को खारिज कर देना स्वीकार्य नहीं है। हमें यूरोपीय संघ से जानने की जरूरत है कि असल मुद्दे क्या है और उनके विकल्प क्या हैं ताकि हम उन पर चर्चा कर सकें। तब तक हम उन पर प्रगति नहीं कर सकते। उन्होंने ब्रेग्जिट पर अपने रुख को दोहराया कि बुरे समझौते से बेहतर है कि कोई समझौता न हो।
क्या है यूरोपीय संघ यूरोपियन यूनियन यूरोप में स्थित 28 देशों का एक राजनैतिक एवं आर्थिक मंच है जिनमें आपस में प्रशासकीय साझेदारी होती है जो संघ के कई या सभी राष्ट्रो पर लागू होती है। इसके सदस्य देशों में शामिल है-आस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, साइप्रस, चेक गणराज्य,डेनमार्क, एस्तोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातीविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवानिया, स्पेन, स्वीडन,युनाइटेड किंगडम,क्रोएशिया शामिल हैं। इसका निर्माण 1957 में हुआ था। तब इसके सदस्य काफी कम हुआ करते थे। इसके सिर्फ छह सदस्य थे।