उनकी 18 वर्षीय बेटी ने पांच यात्रियों के खिलाफ मुकदमा (Case) दायर किया है। बस में मौजूद 20 लोगों में से दो लोगों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है, जबकि एक अन्य पर उनकी मृत्यु के संबंध में खतरे में एक व्यक्ति की मदद करने में विफल रहने का आरोप लगाया गया है। एक पांचवें आदमी पर एक संदिग्ध को छिपाने का आरोप है।
बेयॉन्से के अभियोजक ने कहा कि मोंगुइलोट को बस से धक्का दे दिया गया, हिंसक रूप से पीटा गया और सिर में लात मारी गई। उन्होंने तीन लोगों को मास्क पहनने के लिए कहा और रविवार देर रात एक अन्य व्यक्ति का टिकट जांचने की कोशिश की। मोंगुइलोट के वकील का कहना है कि आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दायर किया गया है। गौरतलब है कि
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए फ्रांस में सार्वजनिक वाहन में चढ़ने के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य है।
गहरा दुख जताते इस घटना को क्रूरता की संझा दी है फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) ने विधवा से मिलने के लिए आंतरिक मंत्री जेराल्ड डारमेनिन को भेजा। उन्होंने मोंगुइलोट की पत्नी और बेटियों का हालचाल लिया। उन्होंने गहरा दुख जताते इस घटना को क्रूरता की संझा दी है। उन्होंने परिवार को सदस्यों से हत्यारों को कड़ी सजा देने का आह्वान किया है। इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके लिए कड़ी कार्रवाई होना जरूरी है। यह बर्बरता है, सामान्य नहीं है। हमें इस नरसंहार को रोकना चाहिए।”
डारमेनिन ने बैठक के बाद कहा कि बस चालक केवल अपना काम कर रहा था। उसने सुबह अपना घर छोड़ दिया और एक विधवा और तीन अनाथ लड़कियों को छोड़कर वापस नहीं आया। यह एक अक्षम्य अपराध है।
फ्रांस में बीते 24 घंटे में 25 और मरीजो की मौत हो गई। फ्रांस में मौत का आंकड़ा तीस हजार से अधिक हो चुका है। वहीं संक्रमित मामलों की संख्या एक लाख 70 हजार से भी अधिक है। यहां पर बीते 24 घंटों में 624 मामले सामने आए हैं। अब तक 78 हजार से अधिक मरीज यहां पर ठीक हो चुके हैं।