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चीन का दावा, बना ली गई Coronavirus की वैक्सीन, 10 करोड़ डोज होंने जा रहे है तैयार, 99 फीसदी होगी कारगर

locationनई दिल्लीPublished: Jun 01, 2020 02:32:01 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

Highlights-चीन से निकला कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) दुनियाभर में फैल चुका है-हालांकि चीन में अब कोरोना वायरस (Coronavirus Case in India) के मामले नियंत्रित होते दिखने लगे हैं-चीन का वुहान (Wuhan Coronavirus) शहर कोरोना का मुख्य केंद्र (Center Of Coronavirus Wuhan) रहा
 

चीन का दावा, बना ली गई Coronavirus की वैक्सीन, 10 करोड़ डोज होंने जा रहे है तैयार, 99 फीसदी होगी कारगर

चीन का दावा, बना ली गई Coronavirus की वैक्सीन, 10 करोड़ डोज होंने जा रहे है तैयार, 99 फीसदी होगी कारगर

नई दिल्ली. चीन ( China) के वुहान (Wuhan) शहर से निकलकर कोविड-19 (COVID -19) की महामारी (Coronavirus Update) ने सात महीनों के भीतर ही 371300 से ज़्यादा लोगों की जान ले ली है। चीन से निकला कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) दुनियाभर में फैल चुका है। हालांकि चीन में अब कोरोना वायरस (Coronavirus Case in India) के मामले नियंत्रित होते दिखने लगे हैं। चीन का वुहान (Wuhan Coronavirus) शहर कोरोना का मुख्य केंद्र (Center coronavirus rus Wuhan) रहा। अब यहीं से ही इस महामारी के इलाज की दवा बनाने का दवा किया है। दुनिया को कोरोना का जख्म दिया, अब उसी ने दवा देकर जख्म भरेगा।
10 करोड़ डोज बनाने की तैयारी

चीनी वैज्ञानिकों (Chinese Scientists) ने दावा किया है कि कोरोना वायरस के लिए 99 फीसदी कारगर वैक्सीन बना ली गई है। इस वैक्सीन के करीब 10 करोड़ डोज बनाने की तैयारी चल रही है। बीजिंग की बायोटेक कंपनी ‘सिनोवैक’ ने यह वैक्सीन तैयार की है। चीन में करीब एक हजार से ज्यादा वॉलंटियर पर इसका ट्रायल चल रहा है। हालांकि अब इस वैक्सीन का स्टेज 3 ट्रायल ब्रिटेन में करने की तैयारी की जा रही है।
99 फीसदी साबित होगी कारगर

एक अंग्रेजी में छपी खबर के मुताबिक वैक्सीन बनाने वाले शोधकर्ताओं ने बताया कि यह वैक्सीन काम जरूर काम करेगी। आगे बातते हुए रिसर्चर्स लुओ बैशन ने कहा कि यह 99 फीसदी तक कारगर साबित होगी। फिलहाल कंपनी वैक्सीन का स्टेज 2 का ट्रायल कर रही है, लेकिन चीन में कोरोना संक्रमण के कम मामले को देखते हुए वॉलंटियर की कमी पड़ गई है।
यूरोप में होगा ट्रायल

इसके बाद रिसर्चर्स ने इसका ट्रायल यूरोप में करने का फैसला किया है। कंपनी ‘सिनोवैक’ ने कहा है कि हम यूरोप के कई देशों से ट्रायल के लिए बातचीत कर रहे हैं। इसके साथ ही यूके से भी बातचीत की गई है। हालांकि बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। कंपनी बीजिंग में एक प्लांट भी लगा रही है। इस प्लांट में करीब 10 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे।

बड़ी उम्र वालों पर होगा ट्रायल

‘सिनोवैक’ का कहना है कि इस वैक्सीन का प्रयोग सबसे पहले हाई रिस्क वाले मरीजों पर होगा। इस दौरान हेल्थ वर्कर्स और बड़ी उम्र वाले लोगों पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि अभी स्टेज 2 के ट्रायल में महीनों लगेंगे। इसके साथ ही वैक्सीन की रेग्यूलेटरी अप्रूवल भी चाहिए होगी।
सितंबर तक उपलब्ध करने की कही थी बात

गौरतलब है किमई की शुरुआत में बड़ी ड्रग कंपनी एस्ट्रेजेनेका ने बी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की बनाई वैक्सीन के 100 करोड़ डोज उपलब्ध करवाने की बात कही थी। कंपनी ने कहा था कि यह सितंबर तक उपलब्ध होगी। अगर सारे टेस्ट सफल रहते हैं। कंपनी ने कहा था की वैक्सीन यूके की आधी आबादी का इलाज करने में सक्षम होगी। अगर ट्रायल कामयाब रहता है तो इस गर्मियों तक यह संभव हो पाएगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक वैक्सीन को लेकर मरीजों पर ट्रायल कर रहे हैं।

जानकारी हो कि चीन के वुहान से फैला कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया में फैल चुका है। भारत में कोविड-19 के 8,392 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,90,535 हो गए हैं। वहीं 230 और लोगों की जान जाने के बाद वायरस से मरने वालों की संख्या 5,934 हो गई। कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत सातवें नंबर पर है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार देश में अभी 93,322 लोगों का इलाज जारी है जबकि 91,818 ठीक हो चुके हैं और एक मरीज देश छोड़कर जा चुका है।
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