scriptरिपोर्ट में China के दावों की खुली पोल, देर से दी थी Coronavirus की जानकारियां | China delayed releasing coronavirus information | Patrika News

रिपोर्ट में China के दावों की खुली पोल, देर से दी थी Coronavirus की जानकारियां

locationनई दिल्लीPublished: Jun 03, 2020 01:42:14 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

इस रिपोर्ट के अनुसार चीन (China) ने महामारी को घातक बनाने में अहम योगदान दिया है, पूरे एक माह बाद किया खुलासा
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कई बार चीन पर कोरोना का सच छिपाने का आरोप लगाया है।

china flag

चीन ने छिपाया कोरोना का सच।

वाशिंगटन। बीते कई महीनों से अमरीका ने कई बार चीन पर कोविड—19 (Covid-19) का सच को छिपाने का आरोप लगाया । अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का कहना है कि चीन और डब्लूएचओ की सांठगांठ ने इस संक्रमण को फैलने का मौका दिया है। अगर चीन ने सही समय पर सूचना दी होती तो आज अमरीका में एक लाख से अधिक लोगों की मौत नहीं होती। ट्रंप की इस बात की प्रमाणिकता एक रिपोर्ट ने की है। इस रिपोर्ट के अनुसार चीन ने इस महामारी को घातक बनाने में अहम योगदान दिया है। इसमें कहा गया है कि डब्लूएचओ को सही जानकारियां नहीं मिली।
दस्तावेजों, साक्षात्कारों और आंतरिक रिकॉर्डिंग पर आधारित व्यापक रिपोर्ट में मंगलवार को पाया गया है कि डब्लूएचओ और चीन के अधिकारियों के बीच समन्वय नहीं था। इसके बावजूद संस्था ने हमेशा चीन का आभार प्रकट किया। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा आयोजित आंतरिक बैठकों की रिकॉर्डिंग में पाया गया कि चीन ने रोगियों और मामलों पर दो सप्ताह तक विस्तृत डेटा देने में देरी की। इसके अलावा, चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने तीन प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट आने के बाद भी चुप्पी साधे रखी।
डब्ल्यूएचओ ने 30 जनवरी को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया। इस अवधि में, प्रकोप 100 से 200 गुना तक पूरी दुनिया में फैल गया था।
महज 15 मिनट पहले देता था जानकारी

रिपोर्ट में कहा है कि डब्ल्यूएचओ खुद भी इस बात को लेकर चिंतित था। दुनिया को खतरे का आकलन करने के लिए चीन उसको पर्याप्‍त सूचनाएं नहीं दे रहा था। जिससे कीमती वक्‍त बर्बाद हुआ। एक बैठक में डब्ल्यूएचओ के शीर्ष अधिकारी डॉ. गौडेन गालिया के अनुसार चीन अपने सरकारी चैनल पर सूचना प्रसारित होने से महज 15 मिनट पहले जानकारी साझा कर रहा है। यह रिपोर्ट ऐसे वक्‍त में आई है जब चीन के साथ डब्ल्यूएचओ भी सवालों के घेरे में है।
चीन ने ऐसा क्‍यों किया

अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत दुनिया का कोई भी देश उन आंकड़ों को छिपाने के लिए बाध्य नहीं है जो स्वास्थ्य के लिए खतरा है। मगर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इन आंकड़ो को छिपाए रखा। शायद उसकी मंशा कुछ गलत करने की थी। मालूम हो कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने आरोप लगाया था कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की चीन के साथ मिलीभगत है और महामारी की से जुड़े तथ्यों को छिपा रही है।

ट्रेंडिंग वीडियो