क्राइस्टचर्च अटैक: हमले के एक हफ्ते बाद बंद मस्जिद खुली, नमाजियों ने अदा की नमाज
हमलावर ने सोशल मीडिया पर किया था पोस्ट
न्यूजीलैंड के मुख्य सेंसर डेविड शैंक्स ने कहा, “ऐसे घृणास्पद वक्तव्य जिसे कई दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों द्वारा खारिज किया जा सकता है, लेकिन जिसकी अभिव्यक्ति गैर-कानूनी नहीं है, और इस प्रकार का प्रकाशन जिसे जानबूझ कर आगे हत्या और आतंकवाद के लिए प्रेरित करने के लिए तैयार किया जाता है, उनके बीच फर्क करना जरूरी है।” हमला करने से ठीक पहले घोषणापत्र सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया था तथा प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न के कार्यालय भेज दिया गया था।
क्राइस्टचर्च हमला: न्यूजीलैंड पुलिस का दावा, बंदूकधारी ने एक और हमला करने की बनाई थी योजना
ऑनलाइन पोस्ट या लिंक्स को डिलीट करने की अपील
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को मुख्य सेंसर डेविड शैंक्स ने जनता से उस दस्तावेज की प्रतियों, ऑनलाइन पोस्ट या लिंक्स को डिलीट करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि न्यूजीलैंड वासी हत्या, घृणा और आतंक के लिए प्रेरित करने वालों को खारिज करने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। इसे दोबारा प्रकाशित कर या वितरित कर आरोपी के जानलेवा उद्देश्यों में साथ न दें। साथ ही इस हमले से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट, लिंक या वेबसाइट की शिकायत भी करें। मालूम हो कि इसी सप्ताह, प्रशासन ने नरसंहार के वीडियो पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस नसंहार में 50 लोगों की जान चली गई थी।
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