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यूरोपीय देशों में और कहर बरपाएगा कोरोना वायरस, यूएस में 22 लाख और ब्रिटेन में 5 लाख लोगों की जान खतरे में

locationनई दिल्लीPublished: Mar 21, 2020 04:26:07 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

ब्रिटेन में देशव्यापी बंद के आदेश दिए हैं।
यहां पर मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ सकता है।
इंपीरियल कॉलेज ब्रिटेन की रिपोर्ट में किया दावा।

corona virus

कोरोना वायरस अब यूरोपीय देशों के लिए सिरदर्द।

वाशिंगटन। चीन से फैला खतरनाक कोरोना वायरस अब यूरोपीय देशों के लिए सिरदर्द बन चुका है। कोरोना यहां पर मौत का तांड़व मचा रहा हैै। खास हो या आम ये हर किसी को अपनी चपेट में ले रहा है। वायरस के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने पूरे ब्रिटेन में देशव्यापी बंद (लॉकडाउन) के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि इसे लागू करने में दोनों देशों की सरकारों ने काफी देर कर दी है। ऐसे में यहां पर मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ सकता है।
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अमरीका के कैलिफोर्निया समेत कई इलाकों को लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसा माना जा रहा है कि ब्रिटेन में लॉकडाउन के पीछे एक ब्रिटिश शोध रिपोर्ट है, जिसमें दावा किया है कि कोरोना वायरस पर अगर काबू नहीं पाया गया तो यह ऐसी तीव्र गति से फैलेगा कि ब्रिटेन में करीब 5 लाख लोगों की मौत हो सकती है।
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वहीं, अमरीका के लिए भी इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि आने वाले समय में कोरोना वायरस के फैलने से 2.2 मिलिनय यानी 22 लाख लोगों की मौत हो सकती है। रिपोर्ट में एक तरह से चेतावनी दी गई है कि अगर समय रहते इस वायरस पर काबू नहीं पाया गया तो दोनों देशों में स्थित भयावह हो सकती है।
माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना से निपटने के लिए कठोर कदम उठाए हैं और पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। इस रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है कि अगर कुछ कदम नहीं उठाए गए तो अगले तीन महीनों में मरने वालों की संख्या चरम पर होगी और इससे करीब 81 फीसदी आबादी प्रभावित होगी।
इंपीरियल कॉलेज ब्रिटेन की रिपोर्ट इससे पहले भी सरकार को अपनी सलाह दे चुकी है। सार्स, एवियन फ्लू और स्वाइन फ्लू को लेकर वह ब्रिटिश सरकार को चेता चुकी है। इंपीरियल की इस रिपोर्ट का नेतृत्व प्रोफेसर नील फर्गुसन ने किया है, जिनके साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन और 50 वैज्ञानिकों की एक टीम है।
प्रोफेसर फर्गुसन के अनुसार, यह रिपोर्ट इटली में कोरोना वायरस से जुड़े ताजा आंकड़ों को लेकर बनाई गई है। गौरतलब है कि इटली में चीन से भी अधिक मौतें हो चुकी हैं। इटली में करीब 3500 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रोफेसर फर्गुसन ने रिपोर्ट जारी होने के बाद कहा कि कोरोना वायरस से कैसे निपटा जाए और इसके प्रकोप को कैसे रोका जाए, इसे सोचकर ब्रिटेन बीते कुछ सप्ताह से संघर्ष कर रही है। हमारे और टीम के अनुमान के मुताबिक, लॉकडाउन के अलावा सच में कोई विकल्प नहीं है। मगर चीन के नक्शेकदम पर चलकर इससे निपट सकते हैं।
दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक करीब 11 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक 2 लाख 65 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन में लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। अमरीका ने भी लॉकडाउन को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। मेरिका ने आर्थिक मोर्चे की दिक्कतों को दूर करने के लिए एक हजार अरब के आपातकालीन राहत पैकेज का वादा किया है।
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