यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।
इस तरह से उन्होंने विरोध करने का अनोखा तरीका अपनाया।
पाक ने लगाया आरोप देश को अपमानित करने की कोशिश की।
इस्लामाबाद। कोरोना वायरस के संकट जूझ रहे पाकिस्तान के पास मूलभूत चिकित्सीय उपकरण भी मौजूद नहीं है। इसकी पोल एक डॉक्टर ने खोल दी है। इस डॉक्टर की तस्वीर में उसे प्लास्टिक की थैली के साथ देखा गया। इसे उसने इसे मुंह और हाथ में पहन रखा था। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डॉक्टर ने मरीजों की जांच के लिए मास्क और ग्लव्स नहीं होने पर खुद ही जुगाड़ लगाकर इसे तैयार कर रहे हैं। इस तरह से उन्होंने विरोध करने का अनोखा तरीका अपनाया।
डॉक्टर के इस कदम के बाद सरकार ने उनके खिलाफ ही जांच शुरू कर दी है। डॉक्टर पर आरोप लगाया गया कि उसने देश को अपमानित करने का कोशिश की है। स्वाबी के जिला स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को डॉक्टर आमिर मुस्तफा के खिलाफ जांच शुरू की। डॉक्टर मुस्तफा यार हुसैन कटेगरी डी हॉस्पिटल में तैनात हैं।
उन्होंने मरीजों की जांच के दौरान सिर पर प्लास्टिक की थैली पहकर, सोशल मीडिया पर ये तस्वीर पोस्ट कर दी थी। डॉक्टर मुस्तफा की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। दरअसल पूरा सूबा इन दिनों कोरोना वायरस की चपेट में है। इमरान सरकार के तमाम दावों के बावजूद डॉक्टरों को सुरक्षा के सामान नहीं मिल पाएं हैं। इससे डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के संक्रमित होने का खतरा पैदा हो गया है।
संक्रमित मरीजों की संख्या 1526 तक पहुंची इसके बाद सूबे का स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। विभाग ने डॉक्टरों को सामान मुहैया कराने की बजाय उल्टा डॉक्टर मुस्तफा के खिलाफ ही जांच शुरू कर दी है। जांच रिपोर्ट में डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की सिफारिश की गई है। उन पर सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था को बदनाम करने का आरोप लगा है।
इस बीच पाकिस्तान में कोरोना वायरस से हालात और खराब होते जा रहे हैं। यहां पर संक्रमित मरीजों की संख्या 1526 पहुंच गई है। इस संक्रमण की चपेट में आकर अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमित मरीजों के मामले में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत ने सिंध को पीछे छोड़ दिया है। पंजाब में 570, सिंध में 469 और खैबर पख्तूनख्वा में 188 मामले अब तक सामने आ चुके हैं।