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फ्रांस की 3 दिवसीय यात्रा पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, दस्सू प्लांट भी जाएंगी

locationनई दिल्लीPublished: Oct 11, 2018 10:56:19 am

रक्षा मंत्री की फ्रांस यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत में फ्रांसीसी विमानन कंपनी दस्सू से 36 रफाल जेटों की खरीद पर बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया है

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फ्रांस की 3 दिवसीय यात्रा पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, दस्सू प्लांट भी जाएंगी

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को फ्रांस की तीन दिन की यात्रा पर रवाना हो रही हैं। उनकी फ्रांस यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत में फ्रांसीसी विमानन कंपनी दस्सू से 36 रफाल जेटों की खरीद पर बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया है। बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा। रक्ष मंत्रालय के अधिकारियों कहा है कि निर्मला सीतारमण अपने फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पेरली के साथ दोनों देशों के बीच और पारस्परिक हितों और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने के बारे में बातचीत करेंगे। दोनों नेता प्रमुख क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे। इसके अलावा निर्मला सीतारमण भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत-फ्रेंच समुद्री सुरक्षा सहयोग का विस्तार करने के लिए फ्रांस के नेताओं से चर्चा करेंगी।

रक्षा मंत्री का अहम दौरा

निर्मला सीतारमण का फ्रांस दौरा रणनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है। रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार निर्मला सीतारमण भारतीय सेना को 58,000 करोड़ रुपए के 36 रफाल लड़ाकू जेटों की आपूर्ति से संबंधित प्रगति की समीक्षा करेंगी। वह दस्सू कंपनी की उस सुविधा स्थल पर भी जा सकती है जहां इन जेटों का निर्माण किया जा रहा है। माना जा रहा है कि निर्मला सीतारमण और फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पेरली के बीच दोनों देशों द्वारा हथियारों के संयुक्त उत्पादन पर विचार-विमर्श करने की उम्मीद है। बता दें कि अप्रैल में भारतीय वायु सेना ने 114 लड़ाकू विमानों के बेड़े को हासिल करने की प्रक्रिया शुरू की और दस्सू एविएशन को ३६ लड़ाकू विमानों का ठेका दिया गया ।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में 10 अप्रैल, 2015 को तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रैंकों ओलांद के साथ वार्ता के बाद 36 रफाल जेटोंकी खरीद की घोषणा की थी।

भारत में फिर गरमाया सियासी माहौल

भारत में इस सौदे को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की फ्रांस यात्रा पर सवाल उठाए हैं और आरोप लगाया है कि उनकी यह यात्रा लड़ाकू विमान खरीदने के प्रधान मंत्री के फैसले को न्यायसंगत साबित करने की एक कवायद भर है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि सुप्रीम कोर्ट ने रफाल डील निर्णय लेने की प्रक्रिया का ब्यौरा मानेगा है। इसलिए पीएम मोदी के फैसले को न्यायसंगत बनाने के लिए नए तथ्य ईजाद किए जा रहे हैं।

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बता दें कि कांग्रेस पहली से इस सौदे में भारी अनियमितताओं का आरोप लगा रही है और कह रही है कि सरकार प्रत्येक विमान को उसकी लागत से अधिक दाम पर खरीद रही है। कांग्रेस का रूप है कि यूपीए सरकार ने 526 करोड़ रुपये में इस सौदे को अंतिम रूप दिया था। जबकि मोदी सरकार ने 1670 करोड़ रुपये में डील फाइनल की है। कांग्रेस दस्सू के ऑफसेट पार्टनर के रूप में रिलायंस डिफेंस के चयन पर सरकार पर निशाना साध रही है। पिछले महीने पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति ओलांद ने कहा था कि भारतीय साझेदार के चयन पर दस्सू को कोई विकल्प नहीं दिया गया था और खुद भारत सरकार ने फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी को रिलायंस का नाम प्रस्तावित किया था।
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