scriptजॉर्ज फ्लॉयड मौत मामले में ऐतिहासिक फैसला, पुलिसकर्मी डेरेक चॉविन को हो सकती है 40 साल की जेल | Derek Chauvin guilty of murder and manslaughter in George Floyd case | Patrika News

जॉर्ज फ्लॉयड मौत मामले में ऐतिहासिक फैसला, पुलिसकर्मी डेरेक चॉविन को हो सकती है 40 साल की जेल

locationनई दिल्लीPublished: Apr 21, 2021 08:21:29 am

Submitted by:

Shaitan Prajapat

जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या का मामले में अमेरिका की अदालत ने बुधवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। पूर्व मिनियापोलिस अधिकारी डेरेक चॉविन को दोषी करार दिया है। चॉविन दशकों के लिए जेल भेजे जा सकते हैं।

George Floyd

George Floyd

नई दिल्ली। पिछले साल अमेरिका में पुलिस हिरासत में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत हो गई थी। प्रदर्शन के दौरान जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या का मामला दुनियाभर में छाया। इस मामले में अमेरिका की अदालत ने बुधवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के मामले में पूर्व मिनियापोलिस अधिकारी डेरेक चॉविन (Derek Chauvin) को दोषी करार दिया है। डेरेक को दो माह में सजा सुनाई जाएगी। खबरों के अनुसार, अब चॉविन दशकों के लिए जेल भेजे जा सकते हैं।

10 घंटों के विचार—विमर्श के बाद कोर्ट ने सुनाया फैसला
इस मामले में छह श्वेत और छह ही लोगों की ज्यूरी ने 10 घंटों के विचार — विमर्श करने के बाद यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। आरोपी डेरेक चॉविन सभी मामालों में दोषी पाए गए। अदालत का फैसले आने के बाद तुरंत चॉविन की जमानत याचिका खारिज हो गई। इसके बाद उसे हथकड़ियां पहनाकर हिरासत में ले लिया। इस फैसले में खास बात यह रही है कि फैसला सुनाने वाले ज्यूरी के नामों का खुलासा नहीं किया गया है। श्वेत पुलिस अधिकारी चॉविन पर आरोप है कि उन्होंने नौ मिनट 29 सेकंड तक फ्लॉयड की गर्दन अपने घुटने से दबाए रखी। जिससे उसकी मौत हो गई थी। चॉविन को अधिकतक 40 साल की कैद की सजा सुनाई जा सकती है।

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क्या था पूरा मामला
यह घटना 25 मई, 2020 की है। 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड सिगरेट खरीदने के लिए दुकान में गए थे। दुकान के कर्मचारी ने यह कहते हुए पुलिस को बुला लिया कि जॉर्ज फ्लॉयड ने 20 डॉलर के नकली नोट दिए। इसके बाद पुलिस ने उसे जमीन पर पटक दिया और गले पर अपना घुटना डाल दिया। इसी दौरान जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई। इस मामले का एक वीडियो भी सामने आया था। घटनास्थल पर मौजूद लोग लगातार चॉविन से रुकने के लिए कह रहे है, लेकिन उन्होंने किसी नहीं सुनी। फ्लॉयड की हत्या के बाद मिनियापोलिस और पूरे अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए और देशभर में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई गईं। फ्लॉयड के परिवार ने जुलाई में शहर प्रशासन के खिलाफ संघीय नागरिक अधिकार के उल्लंघन का मुकदमा दायर किया। उनकी मौत के लिए चॉविन और तीन अन्य अधिकारियों पर आरोप लगाया।

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मरने से पहले फ्लॉयड छटपटा रहा
फ्लॉयड मरने से पहले रोते हुए छटपटा रहा थ। वह डेरेक से बोल रहा था कि मैं मरने वाला हूं, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं। मेरे पेट और गर्दन में काफी तेज दर्द हो रहा है। प्लीज, मुझे पानी दे दो। लेकिन निर्दय अधिकारी उसकी एक नहीं सुनी। थोड़ी देर बाद फ्लॉयड शांत हो जाता है। इसके बाद डेरेक उसे कहता है कि उठो और कार में बैठो। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा हो जाती है। कई लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। यह वीडियो वायरल होने के बाद अमेरिका में हंगामा मचा दिया था।

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