सोने के सिक्के मिलने की थी अफवाह-
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में अचलगंज क्षेत्र में गड्ढा खोदाई के दौरान सोने-चांदी के सिक्कों से भरी मटकी निकलने की अफवाह फैली थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आते ही जांच पड़ताल शुरू किया। जिसेक बाद भवन स्वामी ने थाने में आकर वो सिक्के दिखाए, जो उसे खुदाई के दौरान मिला था। सिक्के देख कर पूरी सच्चाई सामने आ गई। दरअसल खुदाई में सिक्के मिलने की बात तो सही थी। लेकिन खुदाई से निकले सिक्के सोने के नहीं थे। ये सिक्के तांबे के थे।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में अचलगंज क्षेत्र में गड्ढा खोदाई के दौरान सोने-चांदी के सिक्कों से भरी मटकी निकलने की अफवाह फैली थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आते ही जांच पड़ताल शुरू किया। जिसेक बाद भवन स्वामी ने थाने में आकर वो सिक्के दिखाए, जो उसे खुदाई के दौरान मिला था। सिक्के देख कर पूरी सच्चाई सामने आ गई। दरअसल खुदाई में सिक्के मिलने की बात तो सही थी। लेकिन खुदाई से निकले सिक्के सोने के नहीं थे। ये सिक्के तांबे के थे।
भूमि स्वामी हसनापुर निवासी मनोज यादव बुधवार को शौचालय निर्माण के लिए मकान के पुराने खंडहर में गड्ढा खोदवा रहे थे। खुदाई के दौरान करीब चार फीट जमीन की खुदाई के बाद एक मटकी निकली। जिसमें पुराने सिक्के भरे पड़े थे। सिक्के मिलते ही इलाके में यह अफवाह फैल गई कि मटकी में सोने के सिक्के मिले है। जबकि हकीकत कुछ और ही थी।
अफवाह फैलते ही मनोज के घर पर लोगों की भीड़ जुट गई। इसी बीच ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष सुनील सिंह को सूचना दे दी। एसओ के निर्देश पर उपनिरीक्षक रामगोविंद मिश्र ने गांव पहुंचकर तहकीकात की। पुलिस सिक्कों समेत मनोज को थाने ले आई। यहां जांच के दौरान खोदाई में मिले सिक्कों में से 43 तांबे और जस्ता के निकले। यह सिक्के सन 1941 के हैं। हालांकि कुछ ग्रामीणों ने यह भी कहा कि मटकी से कुछ आभूषण भी मिले। जिसे गृहस्वामी ने दबा दिया।