डीएनए टेस्ट के लिए सभी संभव उपाए किए जा रहे न्यूयॉर्क की एक लैब में मृतकों के डीएनए टेस्ट के लिए सभी संभव वैज्ञानिक उपाय किए जा रहे हैं। हड्डियों के अवशेष जो मलबे के ढेर में से मिले थे,उन्हें पाउडर में परिवर्तित करने के बाद विभिन्न रसायनिक प्रक्रियाओं से मृतक की पहचान को जानने की कोशिश हो रही है। डीएनए के जरिए 17 साल बाद भी लैब के वैज्ञानिक और काम करनेवाले दूसरे लोग मृतकों की पहचान तय करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश कर रहे हैं। लैब के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार हड्डियों के बचे हुए अवशेष मात्र से डीएनए तय करना उनके लिए बहुत मुश्किल है। दरअसल हादसे के दौरान कई लोग इमारत से नीचे कूद गए थे। इस दौरान उनके शरीर के अवशेष को एकत्र करना भी मुश्किल है। इसमें से ज्यादातर जले हुए हैं।
22000 शरीरों के टुकड़े मिले बता दें कि इस भयानक आतंकी हमले में 22,000 शरीरों के टुकड़े मिले थे,जिनकी अब तक 10 से 15 बार जांच की जा चुकी है। हालांकि,अत्याधुनिक तकनीक प्रयोग के बाद भी सिर्फ 1642 मृतकों की पहचान ही निश्चित हो सकी। हालांकि,इस कोशिश को बिना परिणाम वाला नहीं कहा जा सकता है। पिछले साल टीम न स्कॉट मिशल जॉनसन नाम के 26 साल के युवक की पहचान की। स्कॉट पेशे से फाइनैंस विशेषज्ञ थे। उनसे पहले भी एक और शख्स की पहचान की गई थी।