एक कार्यक्रम में बोलते हुए अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, चीन और रूस के पास प्रदूषण से लड़ने की कोई भावना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत, चीन पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अमरीका के पास दुनिया में सबसे साफ जलवायु है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ब्रिटेन की तीन दिन की राजकीय यात्रा पर थे। उसके बाद वह आयरलैंड पहुंचे हैं।
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उन्होंने कहा कि भारत, चीन और रूस जैसे देशों के पास न तो शुद्ध हवा है न ही पीने को साफ पानी। उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि ये देश पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करते हैं। ट्रंप ने ब्रिटिश चैनल ITV को दिए एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की। ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के तहत अपने देश में कई सारे बदलाव लाने का दावा किया और कहा कि यूएस दुनिया में “सबसे साफ जलवायु” वाले देशों में से एक है।
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर घेरने की कोशिश
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने असल में इस कदम के जरिये जलवायु परिवर्तन पर अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर हमला किया है। उन्होंने दावा किया है कि संयुक्त राज्य अमरीका सबसे साफ जलवायु वाला देश है। ट्रंप ने कहा कि वह जो भी कह रहे हैं सभी आंकड़ों पर आधारित तथ्य हैं। ट्रंप ने कहा, “अगर आप इन देशों के कुछ शहरों में जाते हैं तो आप ठीक से साँस भी नहीं ले सकते।”
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आपको बता दें कि अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान ट्रंप ने प्रिंस चार्ल्स के साथ पर्यावरण के विनाश और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए बातचीत की। ट्रंप ने पेरिस समझौते के बारे में अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा के फैसलों पर पलटवार किया था और कहा कि यह समझौता एक बुरा सौदा है और इससे अमरीकी हितों को बहुत नुकसान पहुंचा है।