scriptUN में ट्रंप ने की तेहरान पर कड़े प्रतिबंध लगाने की वकालत, कहा- दुनिया के लिए खतरा है ईरान | Donald Trump says at UN, Iran is a threat to world, tougher sanctions should be imposed | Patrika News

UN में ट्रंप ने की तेहरान पर कड़े प्रतिबंध लगाने की वकालत, कहा- दुनिया के लिए खतरा है ईरान

locationनई दिल्लीPublished: Sep 24, 2019 11:04:29 pm

Submitted by:

Anil Kumar

संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप ने कहा- कश्मीर विवाद के लिए भारत-पाक का सहमत होना जरूरी है
ट्रंप ने कहा कि चीन के कारण अमरीका की 60 हजार कंपनियां बंद हो गई

Donald Trump

न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बोलते हुए ईरान को दुनिया के लिए खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि ईरान दुनिया के लिए खतरा है, इसलिए ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हर देश को अपनी सीमा की रक्षा करने का हक है। उन्होंने कहा कि भविष्य वैश्विक होने में नहीं है, भविष्य देशभक्त होने में है। यदि आपको आजादी चाहिए तो अपने देश में गर्व करें, यदि आपक लोकतंत्र चाहिए तो अपने संप्रभुता की रक्षा करें और अपने देश से प्यार करें।

मोदी और ट्रंप के साथ सेल्फी लेने वाला लड़का हुआ मशहूर, मिले 50,000 से ज्यादा लाइक्स

इस बीच ट्रंप ने एक बार फिर से भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मैं भारत और पाकिस्तान की मदद करना चाहता हूं। मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि वे मेरी सहायता लेंगे।

हालांकि दोनों ही देश को इसके लिए तैयार होना होगा। किसी एक देश के न चाहने से ऐसा नहीं हो सकता है। दोनों ही देशों के विचार इस मामले (कश्मीर विवाद) पर अलग-अलग है।

https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
https://twitter.com/ANI/status/1176504695633760258?ref_src=twsrc%5Etfw

ट्रंप ने चीन पर भी साधा निशाना

आपको बता दें कि ट्रंप ने चीन पर भी निशाना साधा। अमरीका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर को लेकर ट्रंप ने कहा कि 2001 में चीन वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में शामिल हुआ था। उस वक्त हमारे नेताओं ने कहा था कि यह फैसला अर्थव्यवस्था को उदार बनाएगी और प्राइवेट निजी संपत्ति पर रूल ऑफ लॉ का दौर आएगा।

राष्ट्रपति ट्रंप से पहले ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन से मिले इमरान खान, कश्मीर मुद्दे पर की बातचीत

उन्होंने कहा कि लेकिन दशकों बाद यह गलत साबित हुआ। क्योंकि चीन ने न केवल इसे अपनाने से इनकार किया बल्कि अर्थव्यवस्था के मॉडल, बाजार की बाधाएं, करेंसी, प्रोडक्ट डंपिंग, फोर्स्ड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और बौद्धिक संपदा को भी प्रभावित किया है।

ट्रंप ने आरोप लगाया कि चीन जब विश्व व्यापार संगठन का हिस्सा बना तो अमरीका की 60,000 फैक्ट्रियों को नुकसान पहुंचा। ऐसा ही बाकी देशों में भी हुआ। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि WTO में व्यापक बदलाव की जरूरत है और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को खुद को डेवेलपिंग कंट्री कहने का अधिकार नहीं है।

https://twitter.com/ANI/status/1176505907804426240?ref_src=twsrc%5Etfw

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो