scriptट्रंप के तीन शीर्ष अधिकारियों से मिले डोभाल, नई दिशा देगी यह मुलाकात | Doval from met three top officials of Trump, it give new direction | Patrika News

ट्रंप के तीन शीर्ष अधिकारियों से मिले डोभाल, नई दिशा देगी यह मुलाकात

Published: Sep 15, 2018 03:05:11 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

यह बैठक एक सप्ताह पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच सफल रही द्विपक्षीय वार्ता के बाद हुई है

doval

ट्रंप के तीन शीर्ष अधिकारियों से मिले डोभाल, नई दिशा देगी यह मुलाकात

वॉशिंगटन। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमरीका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो, रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और अपने अमरीकी समकक्ष जॉन बोल्टन के साथ भारत-अमरीका कूटनीतिक संबंधों पर शुक्रवार को चर्चा की। ट्रंप प्रशासन के तीन शीर्ष अधिकारियों के साथ डोभाल की यह बैठक एक सप्ताह पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच सफल रही द्विपक्षीय वार्ता के बाद हुई है। यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल्टन के साथ डोभाल की पहली मुलाकात है।
बातचीत से दोनों देशों का भविष्य तय होगा

डोभाल पिछले सप्ताह नई दिल्ली में भी पॉम्पियो और मैटिस से मिले थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीन लगातार बैठकों के दौरान डोभाल को वार्ता के बाद पूरे द्विपक्षीय संबंध की समीक्षा करने का अच्छा मौका मिला। उन्होंने पिछले सप्ताह नई दिल्ली में हुई चर्चा पर बात की। अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना इन बैठकों में डोभाल के साथ रहे। माना जा रहा है कि यह बेहद महत्वपूर्ण चर्चा थी। इस बातचीत से दोनों देशों का भविष्य तय होगा।
वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की गई

सूत्रों ने बताया कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की गई। भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने ट्वीट कर कहा कि बीते सप्ताह हुई वार्ता ने दोनों देशों के बीच करीबी संबंधों की दिशा तय की है। उन्होंने बताया कि भारत-अमेरिका साझेदारी मजबूत हो रही है। अमेरिका भारत कूटनीतिक और साझेदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने कहा कि वार्ता के साथ पिछले कुछ सप्ताह में अमेरिका-भारत संबंधों में सकारात्मक प्रगति देखी है और डोभाल की अमेरिकी यात्रा के साथ यह प्रगति जारी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान से दूरी होने के बाद अमरीका भारत का अच्छा मित्र बनना चाहता है। इसके साथ वह रक्षा क्षेत्र में भारत का अहम सहयोगी बनना चाहता है। चीन के कारण वह भारत को एशिया मेें मजबूत करना चाहता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो