कंपनी के सीईओ अल्बर्ट बोरला ( Pfizer CEO Albert Borla ) ने जानकारी देते हुए बताया कि संभावना है कि अक्टूबर तक हमें कोरोना का वैक्सीन मिल जाए। बता दें कि फाइजर जर्मन एमआरएनए कंपनी बायोएनटेक के सहयोग से COVID-19 को रोकने के लिए बीएनटी 162 वैक्सीन कार्यक्रम के लिए अमरीका और यूरोप में क्लीनिकल परीक्षण ( Clinical trials ) कर रही है।
अमरीकी कंपनी Coronavirus Vaccine बनाने के करीब, 131 लोगों पर परीक्षण की तैयारी
बोरला ने इस सप्ताह इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्च र्स एंड एसोसिएशन ( IFPMA ) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में भाग लेते हुए यह टिप्पणी की है।
अक्टूबर के अंत तक मिल सकती है वैक्सीन
फियर्सबायोटेक द्वारा आयोजित इस समारोह में बोरला ने कहा, ‘अगर चीजें अच्छी तरह से चलती हैं, तो हमारे पास एफडीए (यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) और ईएमए (यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी) के लिए सुरक्षा और प्रभावकारिता के पर्याप्त सबूत होंगे और अक्टूबर के अंत के आसपास हमारे पास एक वैक्सीन होगा।’
इस कार्यक्रम में वक्ताओं में एस्ट्राजेनेका के सीईओ पास्कल सोरियट, ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन की प्रमुख एमा वाल्स्ले, जॉनसन एंड जॉनसन के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी पॉल स्टॉफल्स भी शामिल थे। इनमें से प्रत्येक कंपनी अपने साझेदारों के साथ मिलकर बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन विकसित कर रही है। जबकि जीएसके सैनोफी के साथ सेना में शामिल हो गया है, वहीं एस्ट्राजेनेका ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में विकसित किए जा रहे टीके का समर्थन कर रहा है।
दुनिया में अब तक 3.6 लाख से अधिक की मौत
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, जितना संभव हो उतने टीकों का मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है क्योंकि हम यह अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि यह कितने व्यवहारिक साबित होंगे। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि सफलता की संभावना बढ़ाने के लिए, सभी उम्मीदवारों के टीके का परीक्षण तब तक करना आवश्यक है जब तक वे विफल नहीं हो जाते।
फाइजर और बायोएनटेक के डेवलपमेंट प्रोग्राम में चार वैक्सीन उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक एमआरएनए के अलग कॉम्बिनेशन और टारगेट एंटीजन का प्रतिनिधित्व करते हैं। बता दें कि कोरोना की वजह से पूरी दुनिया में अब तक 3.65 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 58 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।