मंदी के दौरान आई थी गिरावट अमरीका के वाणिज्य विभाग के नेशनल ट्रैवल एंड ट्रेड ऑफिस (एनटीटीओ) द्वारा हर देश से अमरीका आने वाले लोगों के आंकड़े जारी किए जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2009 में 5.5 लाख भारतीय अमरीका की यात्रा पर गए थे। तब इसमें बीते वर्ष के मुकाबले आठ फीसदी की गिरावट आई थी, यानी इसके पहले अमेरिका जाने वाले भारतीयों की संख्या में गिरावट करीब आठ साल पहले देखी गई थी। असल में वह मंदी का दौर था जिसमें दुनिया भर के यात्री,कॉरपोरेट जगत के लोग,कारोबारी और अन्य लोग अपनी यात्राओं में कटौती कर रहे थे। लेकिन इसके बाद से लगातार अमेरिका जाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ ही रही थी।
हर साल करीब 7.7 करोड़ विदेशी यात्री आते हैं एनटीटीओ का कहना है कि यह तात्कालिक गिरावट है और साल 2018 से 2022 के बीच भारतीय यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत से अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर निकलने वाले लोगों की संख्या हर साल 10 से 12 फीसदी बढ़ रही है। हाल के वर्षों में यह धारणा बनी है कि अमरीका जाना थोड़ा कठिन हो गया है,क्योंकि कई देशों के लोगों के वहां जाने पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। गौरतलब है कि अमरीका आमतौर पर ज्यादातर भारतीयों को 10 से 11 हजार की फीस लेकर 10 साल के लिए टूरिटस्ट कैटेगिरी में मल्टिपल एंट्री वीजा देता है। जानकारों का कहना है कि इसकी तुलना में यूरोपीय देशों का वीजा चार्ज ज्यादा है। अमरीका में हर साल करीब 7.7 करोड़ विदेशी यात्री आते हैं। साल 2017 में इससे अमरीका को रिकॉर्ड 251.4 अरब डॉलर की कमाई हुई थी।