ये सारी खदानें काफी घने जंगलो के बीच में स्थित है जहां पर जहरीलें जीव की कोई कमीं नहीं है और तो और यहां पर कई खतरनाक गिरोह का भी डेरा है जिससे यहां लोगों का मर्डर हो जाना बहुत आम है लेकिन यहां पाए जाने वाले ये रत्न इतने खरे और उच्च कोटि के होते हैं कि लोग इसकी तलाश के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा देते हैं। पन्ना कोयले की खदानों में मिलता है और इसे निकालने के लिए कोयले की बारीकी से छानबीन करनी पड़ती है।
जहरीले जीवों और गैंग्स के रहते हुए भी यहां पर रहने वाले स्थानीय लोग इस बात की फिक्र नहीं करते है और पन्ना की खोज में निकल जाते हैं। यहां पर पिछले कई सालों से पन्ना निकालने का काम यहां के स्थानीय निवासी कर रहे हैं लेकिन अकसर लोग यहां खदान धसनें से या फिर कोयले की खानों में मौज़ुद जहरीलें गैसों के चलते इनकी मौत हो जाती है और यदि किस्मत से इनसे बच भी गए तो गैंग्स से बचना तो काफी मुश्किल होता है क्योंकि या तो ये गैंग इनसे पन्ना कम कीमत में खरीद लेते हैं या फिर गैंगवार में इन कर्मियों की ही मौत हो जाती है।
बता दें कि यहां पर खदानों में पाए जाने वाले रत्नों की कीमत लाखों में है। अब इस बात का पता तो चल गया कि पन्ना को कोयले की खदानों से निकाला जाता है और क्रोमियम और वैनेडियम जैसे तत्वों के कारण इसका रंग हरा होता है। खदान से निकालने के बाद इनको पॉलिशिंग के लिए भेजा जाता है। ऑयल से पॉलिश करने के बाद चमकदार, खरा और स्पष्ट पन्ना बाजारों में लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाता है और फिर कैरेट यानि कि वजन के आधार पर इसका मूल्य निर्धारित किया जाता है।